Bokaro News : गार्जियन व टीचर मिलकर अब बोकारो के स्टूडेंट्स का बेहतर फ्यूचर बनायेंगे. सीबीएसइ ने पैरेंटिंग कैलेंडर जारी किया है, जिससे अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद बेहतर होगा. यह पहल छात्रों के समग्र विकास में मदद करेगी, जिससे वे शिक्षा और व्यक्तित्व दोनों स्तरों पर आगे बढ़ सकें. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने शिक्षकों व अभिभावकों के बीच संवाद को बढ़ाने के लिए एक अनूठी पहल की है. सीबीएसइ ने यू-ट्यूब के माध्यम से एक पैरेंटिंग कैलेंडर जारी किया है. यह शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा. मतलब, इसी सत्र से बोर्ड का पैरेंटिंग कैलेंडर लागू होगा.
अभिभावकों व शिक्षकों के बीच तालमेल स्थापित करने में सहायता :
पैरेंटिंग कैलेंडर से अभिभावकों व शिक्षकों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने व बच्चों के समग्र विकास में सहायता मिलेगी. पैरेंटिंग कैलेंडर को तैयार करने के लिए बोर्ड ने 1- सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही इसे लॉन्च किया गया है. इसका लाभ मिलेगा. बोर्ड का कहना है कि यह कैलेंडर अभिभावकों और शिक्षकों के बीच तालमेल और बातचीत बढ़ाने का माध्यम बनेगा. जब अभिभावक और शिक्षक मिलकर बच्चों पर ध्यान देते हैं तो उनका समग्र विकास बेहतर होता है. बोर्ड की ओर से यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मद्देनजर की गयी है.बोले सिटी को-ऑर्डिनेटर :
सीबीइसइ के सिटी को-ऑर्डिनेट व चिन्मय विद्यालय के प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि रेंटिंग कैलेंडर से अभिभावक भी बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य व समग्र विकास पर फोकस कर सकेंगे. बोर्ड ने जनवरी में इसके लिए दस सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. कमेटी को मार्च के मध्य तक अपनी सिफारिशें देनी थी. कमेटी की सिफारिशों के आधार पर इसे एक अप्रैल से लागू किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है