चाईबासा.आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले जिला परिषद के तीन सदस्यों ने गुरुवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया. ग्रामीण क्षेत्र में खराब पड़े चापाकल व जलमीनार की मरम्मत की मांग की. जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि जिला परिषद की सामान्य बैठक में पेयजल समस्या पर मामला उठाया गया था. कार्यपालक अधिकारी ने आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के भीतर सभी चापाकल की मरम्मत की जायेगी. 15 दिन बाद भी खराब चापाकलों की मरम्मत नहीं हो रही है. ग्रामीण परेशान हैं.जिप सदस्य ने कहा कि पेयजल के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. जलमीनार खराब पड़े हैं. घर-घर नल- जल योजना फेल है. ग्रामीण इलाके में 80% लोग पेयजल के लिए परेशान हैं. विभाग पेयजल समस्या को दूर नहीं करता है, तो तंबू गाड़ दिया जायेगा.
कार्यपालक पदाधिकारी से हुई बहस
कार्यपालक पदाधिकारी ने धरना स्थल पर आकर ज्ञापन लिया. पेयजल समस्या को दूर करने के लिए हर संभव कोशिश करने का आश्वासन दिया. इस पर तीखी बहस हुई. कार्यपालक अधिकारी अंदर चले गये. इसपर तीनों जिला परिषद सदस्यों ने विभाग के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मामले को उच्च स्तरीय तक उठाने व आंदोलन की तैयारी करने की बात कही.धरना- प्रदर्शन जिस सदस्य जोन मिरन मुंडा, माधव चंद्र कुंकल व मानसिंह पूर्ति, चुंबरू पिंगुूवा, बसंत गुडिया, उदय सिंह बारी, सुनील लागुरी, मेरी देवगम, जोसफ मुंडा, मदन सिंकू, मोरन सिंह दोराई व नरसिंह पूर्ति शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है