चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत आम जनता का अनाज हड़पने वालों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जायेगी. जिला आपूर्ति विभाग ने इसके लिए व्यापक तैयारी कर ली है. केंद्र सरकार से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, जिले के 18 प्रखंडों में कुल 1,69,363 राशनकार्डधारी अयोग्य पाये गये हैं. इनकी जांच प्रक्रिया जारी है, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आयी हैं. कई उपभोक्ताओं ने 6 से 12 महीने तक राशन नहीं लिया, जबकि उनके राशन कार्ड काफी पहले जारी हो चुके हैं. विभाग के अनुसार, आधार से जुड़े 15,346 उपभोक्ताओं की जांच की जा चुकी है. सबसे आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि जिले में इनकम टैक्स भरने वाले कई लोगों के पास भी राशन कार्ड हैं. चाईबासा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे 559 और चक्रधरपुर में 389 लोग चिह्नित किये गये हैं.खूंटपानी में सबसे ज्यादा ‘साइलेंट’ राशन कार्डधारी
जानकारी के अनुसार, जिन उपभोक्ताओं ने सालों से राशन नहीं उठाया है, उन्हें ‘साइलेंट राशन कार्डधारी’ की श्रेणी में रखा गया है. इस श्रेणी में सबसे अधिक 5327 राशनकार्डधारी खूंटपानी प्रखंड से हैं, जबकि सबसे कम गुदड़ी प्रखंड में केवल तीन हैं.
कई उपभोक्ताओं के दो राज्यों में नाम दर्ज
मझगांव प्रखंड में 869 उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके नाम दो राज्यों में राशन कार्ड में दर्ज हैं, जबकि सबसे कम 92 ऐसे कार्ड गुदड़ी में हैं. सभी अयोग्य राशन कार्डधारियों की सूची प्रखंडवार तैयार कर प्रत्येक राशन दुकान को उपलब्ध करायी गयी है. विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि जांच पूरी होते ही इन कार्डों को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. संबंधित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.जिला में राशनकार्ड धारियों की जांच चल रही है. उपलब्ध भूमिधारकों की जांच होगी. जिला के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां भूमि तो है पर उसमें कुछ नहीं होता है. इसकी सघन जांच होगी. इसके अलावा जीएसटी भरने वाले, काॅरपोरेट मंत्रालय में पंजीकृत उपभोक्ता, टैक्स भरने वाले व गाड़ी मालिकों से स्पष्टीकरण लेने के साथ ही वसूली की जायेगी. –
सुनीला खलखो
, जिला आपूर्ति पदाधिकारी , चाईबासाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है