चंपुआ.चंपुआ प्रखंड अंतर्गत जाली गांव में मंगलवार को धर्मांतरण की कोशिश को लेकर तनाव का माहौल बन गया. जानकारी के अनुसार, नौ ईसाई मिशनरियों की एक टीम गांव में पहुंची और लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रचार-प्रसार करते हुए अन्य धर्मों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणियां की. इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, परंतु प्रचारक अपनी गतिविधियों पर अड़े रहे. ग्रामीणों ने प्रचारकों पर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए उन्हें रोका और पुलिस को सूचना दी. घटना की सूचना मिलते ही बैरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया. पुलिस ने मौके से साउंड सिस्टम और प्रचार सामग्री जब्त की. जबकि दो प्रचारक भागने में सफल रहे. शेष सात प्रचारकों को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.घटना की सूचना पर हिंदू जागरण मंच और अन्य संगठनों के सदस्य गांव में पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया. संगठन के प्रदेश मंत्री तन्मय दास ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में मिशनरियों की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं. बैरिया पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
इन पर लगे आरोप
पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिये गये लोगों में जाली गांव के राजीव लोचन बेहरा व उनकी पत्नी बबीता बेहरा, टांगरपाड़ा की हेमलता मुंडा और सुषमा मुंडा, तेली टांगरपाड़ा के जयसिंह और जेमा, करंजिया (मयूरभंज) के मधु चातर, राजा चेसा (रारुआन) के मंगलू गगराई और मैदान केला (रायसूंवा, क्योंझर) के सज्जन बेहरा शामिल हैं. इन लोगों पर अवैध धर्म परिवर्तन और शांति भंग करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है