नोवामुंडी. बड़ाजामदा-नोवामुंडी मुख्य सड़क पर गुरुवार शाम बाइक और साइकिल की टक्कर में तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. एक घायल को बेहतर इलाज के लिए टाटा रेफर किया गया, लेकिन एंबुलेंस सुविधा को लेकर टीएमएच नोवामुंडी में देर रात तक हंगामा होता रहा. इलाज में लापरवाही और अव्यवस्था के आरोपों से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार को अस्पताल के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और प्रबंधन को सात सूत्री मांग पत्र सौंपा.
बाइक चला रहे युवक की हालत गंभीर
बड़ाजामदा-नोवामुंडी सड़क मार्ग पर गुरुवार शाम लगभग 7 बजे एक बाइक और साइकिल की टक्कर में तीन युवक घायल हो गए. इस दुर्घटना में बाइक सवार दो युवक और एक साइकिल सवार घायल हुए हैं. इनमें बाइक चला रहे युवक की हालत गंभीर बतायी जा रही है, जिसे बेहतर इलाज के लिए टाटा रेफर कर दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, नोवामुंडी निवासी महफूज आलम (20 वर्ष) और अलताफ हुसैन (24 वर्ष) बाइक से बड़बिल फूल लेने जा रहे थे. हल्की बारिश के कारण सड़क पर मिट्टी गिरी हुई थी, जिससे बाइक स्कीड कर गयी. बाइक स्कीड कर टाटा मोटर्स और फॉरेस्ट गेट के पास सामने से आ रहे बड़ाजामदा निवासी साइकिल सवार सुखराम सुरेन से टकरा गयी.
सुखराम सुरेन के हाथ और पैर की हड्डियां टूट गईं
टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों युवक सड़क पर गिर पड़े. हादसे में सुखराम सुरेन के हाथ और पैर की हड्डियां टूट गईं, जबकि बाइक सवार अलताफ हुसैन बुरी तरह जख्मी हो गया. महफूज आलम को भी कई चोटें आई हैं. तीनों को स्थानीय लोगों की मदद से नोवामुंडी टीएमएच अस्पताल लाया गया. अलताफ की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे टाटा अस्पताल रेफर कर दिया गया, जबकि अन्य दो युवकों का इलाज नोवामुंडी में ही चल रहा है.
अस्पताल में एंबुलेंस को लेकर देर रात परिजनों का हंगामा
घायल अलताफ को एंबुलेंस से रेफर किए जाने की मांग को लेकर परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल में देर रात तक हंगामा करते रहे. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, एंबुलेंस की सुविधा सिर्फ टिस्को कर्मियों को उपलब्ध कराई जाती है, जिसके चलते रेफर में देरी हो रही थी. इस स्थिति को लेकर करीब रात 12 बजे तक अस्पताल परिसर में बवाल मचा रहा. सूचना मिलते ही नोवामुंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल प्रबंधन के साथ मिलकर लगभग दो घंटे तक लोगों को समझा. जिसके बाद परिजन शांत हुए और घर लौटे.
स्वास्थ्यकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों पर अमानवीय व्यवहार का आरोपइलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने शुक्रवार को टीएमएच नोवामुंडी में प्रदर्शन किया. यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं और स्वास्थ्यकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों के कथित अमानवीय व्यवहार से आक्रोशित होकर स्थानीय ग्रामीणों ने शुक्रवार को अस्पताल के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कंपनी के सीधे प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों ने टीएमएच प्रबंधन को सात सूत्री मांग पत्र सौंपा, जिसमें अस्पताल व्यवस्था में व्यापक सुधार की मांग की गयी.ग्रामीण प्रतिनिधियों और टीएमएच प्रबंधन के बीच हुई बैठकशुक्रवार दोपहर को ग्रामीण प्रतिनिधियों और टीएमएच प्रबंधन के बीच बैठक हुई, जिसमें ग्रामीणों ने औपचारिक रूप से सात सूत्री मांगपत्र सौंपा. इस वार्ता में टीएमएच प्रबंधन की ओर से सीएमओ डॉ. धीरेंद्र कुमार, टाटा स्टील के सिक्योरिटी हेड पंकज मिश्रा, एडमिन निरंजन मिश्रा, डॉ. गौरव मिश्रा और पंचायत समिति सदस्य सतीश ठाकुर उपस्थित थे. वहीं, ग्रामीणों की ओर से विधायक प्रतिनिधि मंजीत प्रधान, मो. धनिश हुसैन, मो. यूसुफ, मो. यसीन, सोहेल अहमद, सुरेश प्रजापति, ममूर अंसारी सहित कई लोग शामिल रहे.
ग्रामीणों की मुख्य मांगेंओपीडी समय का निर्धारण : सुबह 9 से दोपहर 1 बजे और दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक हो.आपातकालीन विभाग में अनुभवी डॉक्टरों की नियुक्ति.
दुर्घटना मामलों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराना.सभी विभागों में योग्य चिकित्सकों की तैनाती.
24 घंटे ब्लड टेस्ट की सुविधा और सभी रोगियों के लिए ब्लड जांच की व्यवस्था.स्थानीय ग्रामीणों के लिए भी एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना.
सुरक्षा कर्मियों का व्यवहार रोगियों व परिजनों के प्रति मानवीय हो और अमर्यादित व्यवहार पर रोक लगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है