चाईबासा. केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 0-6 वर्ष के बच्चों (कुपोषित व विकलांग) के लिए विशेष सुविधा शुरू कर रही है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (डीआइइसी) का निर्माण 03 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से किया गया है. हालांकि, उद्घाटन के नौ माह बाद भी सेंटर शुरू नहीं हो सका है. फिलहाल भवन बंद है. इसके परिसर में मुर्गियां चर रही हैं.
सीएम व स्वास्थ्य मंत्री से जल्द चालू करने की मांग:
भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हेमंत कुमार केशरी ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से सेंटर को जल्द चालू कराने की मांग की है, अन्यथा भाजपा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्राचार करेगी. सदर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 14 अक्तूबर, 2022 को शिलान्यास किया. एक वर्ष बाद भी केंद्र शुरू नहीं हो सका है. उसे गोदाम बनाकर रखा है.केंद्र में बच्चों की 38 बीमारियों का होगा इलाज:
उक्त केंद्र में बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का पता लगाकर इलाज करना है. यहां बच्चों को कुपोषण, विकलांगता सहित 38 बीमारियों का इलाज होना है. इसमें प्रावधान है कि यदि डीआइइसी में इलाज संभव नहीं हो, तो बेहतर इलाज के लिए 0 से 6 वर्ष के बाल मरीजों को उच्च चिकित्सा संस्थानों में भेजना है.नौ माह पहले सीएम ने किया था उद्घाटन
चाईबासा में डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटर वेंशन सेंटर को जल्द शुरू किया जायेगा. फिलहाल स्टाफ की कमी है. वर्तमान में बच्चों को जरूरत के अनुसार, रांची के कमलदीप अस्पताल भेजा जाता है. स्वास्थ्य विभाग से जिले के सभी प्रखंडों के लिए जरूरी सामग्री व कर्मचारियों की मांग की गयी है.-डॉ सुशांत माझी
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