जैंतगढ़.रोज बढ़ती गर्मी से पूरा कोल्हान तप रहा है. सुबह आठ बजे के बाद बाहर निकलना दूभर हो रहा है. ऐसे में सरकारी स्कूलों के मासूम बच्चों की भरी दोपहरी में छुट्टी होती है.अभिभावकों में इसे लेकर भारी रोष है. झारखंड में सरकारी स्कूलों में विद्यालय संचालन सुबह 7.00 से1.00 बजे तक चल रहा है. भरी दोपहरिया में लौटते समय बच्चों की हालत खराब हो जा रही है. बढ़ती गर्मी की देखते हुए ओडिशा सरकार ने सभी प्रकार के स्कूलों में विद्यालय संचालन का समय 6.30 से 10.30 तक कर दिया है, परंतु झारखंड में इस ओर कोई पहल नहीं की गयी है.
अभिभावकों ने कहा- बच्चे डी-हाइड्रेशन के शिकार हो रहे
झारखंड शिक्षा विभाग का यह तुगलकी फरमान है. रांची में एसी- कमरे में बैठकर निर्णय लेने वाले अधिकारी कोल्हान की जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं हैं. -निवास तिरियाएक बजे झुलसा देने वाली लू चल रही है. बच्चे घर पहुंच कर निढाल हो जाते हैं और बीमार पड़ रहे हैं. सुबह 7.00 से 10.00बजे तक विद्यालय का संचालन किया जाय. -गीता तिरियामध्य विद्यालय में तीन से पांच किमी और उच्च विद्यालय मे दस से पंद्रह किमी से बच्चे आते हैं. इतनी दूर भरी दोपहरी में वापस लौटना जोखिम भरा है. बच्चे डीहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हैं. -बजरंग प्रधानशिक्षा विभाग का समय सारिणी व्यवहारिक नहीं ये छात्रों को आतंकित करने वाला और शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला साथ ही अभिभावकों को चिंतित करने वाला आदेश है. -तपन गोप
स्कूल से वापस लौटते हुए बच्चों को धूप से बचने के लिए गमछा और चादर में खुद को ढंक कर चलना देख कर दया आती है. सरकार को स्कूल संचालन की अवधि में बदलाव करना चाहिए. -मधु मिश्राडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है