चाईबासा.संताली सेमलेद, संताली युवा सेमलेथ व आसेका की ओर से रविवार को पिल्लई हॉल मैदान में दिशोम बाहा मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जानकारी के अनुसार, सुबह समाज के नायके बाबा सीताराम सोरेन व उप नायके बाबा किशुन मुर्मू ने पिल्लई हॉल मैदान में बनाये गये अस्थायी जाहेरथान में पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ पूजा-अर्चना कर लोगों की खुशहाली की कामना की. पूजा के बाद पुजारी ने समाज के लोगों के बीच सखुआ फूल का वितरण किया.चाईबासा की नगर प्रशासक संतोषिनी मुर्मू ने कहा कि बाहा पर्व आदिवासियों का महत्वपूर्ण त्योहार है. हम आदी से ही प्रकृति के पूजक रहे हैं. इसीलिए हमें अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों को नहीं भूलना चाहिए. हमारी पहचान इसी में है. इस तरह के आयोजनों से समाज में एकजुटता बढ़ती है.
गाजे-बाजे की धुन पर महिलाओं ने किया नृत्य
पूजा की समाप्ति के बाद पारंपरिक वेश-भूषा में समाज के महिला-पुरुष ने गाजे-बाजे की धुन पर पारंपरिक नृत्य किया. इस समारोह में राजनगर, मंझारी, चक्रधरपुर आदि क्षेत्र की नृत्य मंडलियों ने जमकर नृत्य किया. वहीं, शहर में नृत्य करते हुए शोभायात्रा निकाली गयी. शोभयात्रा पिल्लई हॉल से निकलकर सदर थाना चौक, पोस्ट ऑफिस चौक, घड़ी घर, कचहरी व जैन मार्केट चौक होते हुए पुन: पिल्लई हॉल पहुंचकर समाप्त की गयी.समारोह में ये थे मौजूद
आयोजन समिति के अध्यक्ष अमृत माझी, उपाध्यक्ष जयराम टुडू, सचिव करण चंद्र टुडू समेत धर्मेंद्र सोरेन, श्रीमत मुर्मू, शिव प्रसाद सोरेन, रामदास टुडू, जगमोहन सोरेन, अंतु हेंब्रम, सलखान मार्शल हेंब्रम आदि शामिए हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है