चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिले में सोमवार (14 जुलाई) की रात को हुई झमाझम बारिश से दर्जनों कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है. नीमडीह पंचायत में दर्जनभर लोगों के कच्चे मकान ध्वस्त हो गये हैं. इन परिवारों के सिर छिपाने की छत छिन गयी है. मकानों के जमींदोज होने की जानकारी मिलते ही अंचलाधिकारी उपेंद्र कुमार ने गांव का दौरा किया. उन्होंने बताया कि पुराना चाईबासा गांव में बारिश की वजह से करीब आधा दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं. जिन ग्रामीण के घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गये हैं, उन्हें आपदा विभाग से 20 हजार व आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों के लिए चार हजार मुआवजा दिया जायेगा.
लगातार बारिश से धंस रहे हैं कच्चे मकान.
गांव के हरीश देवगम ने बताया कि तेज बारिश के कारण मिट्टी के घरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. गरीबी की वजह से मिट्टी का मकान बनाकर रहना पड़ता है. इस बार बारिश अधिक हुई है. लगातार बारिश से मिट्टी के दर्जन भर मकान धंसने लगे हैं.प्लास्टिक टांगकर रहने को विवश हैं परिवार.
जानकारी के अनुसार, दिउरी टोला के हरिश देवगम-01 व हरिश देवगम -2 का घर गिर गया है. वहीं, पुराना चाईबासा के जुरिया श्याम देवगम, मेरी लुगुन, जुरिया देवगम, सुशील देवगम, संजय देवगम व राकेश गोप का घर गिर गया है. प्रभावित ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें खुले आकाश के नीचे प्लास्टिक के तिरपाल टांगकर बारिश से बचाव करना पड़ रहा है.400 फीट गहरी खदान की सुरक्षा दीवार ढह रही
लगातार हो रही बारिश से सदर प्रखंड की कमारहातु, गुटुसाई व नीमडीह पंचायत के ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गयी है. उक्त क्षेत्र के बीच चूना पत्थर की बंद खदान है. यह शहर का सबसे गहरा जलाशय बन चुकी है. खदान की गहराई लगभग 400 फीट से अधिक है. जलाशय और मुख्य सड़क के बीच सुरक्षा के दृष्टिकोण से बनायी गयी दीवार ढह रही है. दीवार का बड़ा हिस्सा पहले ही टूट चुका है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है. इसी तरह दीवार गिरती रही, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है. मुखिया जुलियाना देवगम ने गंभीर चिंता जाहिर की है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण खतरे के साये में जी रहे हैं. मुखिया ने प्रशासन से अपील की है कि स्थायी समाधान के लिए उचित कदम उठाएं.स्थायी सुरक्षा दीवार का निर्माण जल्द हो.
खदान के ऊपरी हिस्से से लगे खेतों में पानी भर गया है. इससे सड़क कमजोर होने का डर है. सड़क की स्थिति दयनीय होती जा रही है. क्षेत्रवासियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन जल्द मरम्मत कार्य शुरू कराये. क्षेत्र में स्थायी सुरक्षा दीवार का निर्माण करायें, ताकि भविष्य में जानमाल की हानि से बचा जा सके.चाईबासा. सदर अंचलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त व ध्वस्त घरों का निरीक्षण किया.
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