चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या-17 के करीब एक हजार से अधिक परिवार कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं. बंगाली टोला, रिटायर्ड कॉलोनी, रसिकलाल बगान जैसे इलाके आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. सबसे बड़ी समस्या नाली और जल निकासी की है. नालियों की सफाई नहीं होने से गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे दुर्गंध के साथ मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ गया है. स्थानीय निवासियों के अनुसार, नगर परिषद में कई बार शिकायत देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सड़कें गंदे पानी से भरी हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी होती है. रिटायर्ड कॉलोनी, जहां बड़े-बड़े मकान हैं, वहां की नालियां और सड़कें गंदगी और पानी से भरी हु.हैंड्रड्रेनेज सिस्टम फेल
ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है. बारिश होते ही सड़कें तालाब बन जाती हैं और लोगों को घर से निकलने के लिए नालियों के गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है. नालियों की हालत देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि महीनों से कोई सफाई नहीं हुई है. अधिकतर नालियां कचरे से पूरी तरह जाम हैं और गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है.
मच्छरों का आतंक
दिन-रात नहीं मिल रहा चैन : रिटायर्ड कॉलोनी समेत पूरे वार्ड 17 में मच्छरों की भारी भरमार है. मच्छरों के कारण रात में लोगों की नींद हराम है और दिन में भी उन्हें चैन नहीं मिल पा रहा. मच्छरों के काटने से खुजली, जलन और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ गयी हैं. साथ ही, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है. गंदगी, नालियों में ठहरा पानी और जगह-जगह फैला कचरा मच्छरों को पनपने का वातावरण दे रहा है, जिससे स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. लोगों ने नगर परिषद से फॉगिंग और सफाई की मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.जर्जर सड़कें और खराब स्ट्रीट लाइट से आवागमन प्रभावित
वार्ड की अधिकतर सड़कें बुरी तरह जर्जर हो चुकी हैं. सड़कों पर नालियों का गंदा पानी बह रहा है, जिससे बदबू और गंदगी का माहौल बन गया है. वहीं, वार्ड में अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं, जिससे रात के समय अंधेरा छा जाता है और लोगों को डर के साये में चलना पड़ता है. अंधेरे में चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं की आशंका बनी रहती है. बिजली के पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइट लंबे समय से बंद हैं, जिसकी मरम्मत तक नहीं करायी गयी है.
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