जैंतगढ़. क्योंझर (ओडिशा) जिले के खनन संपन्न चंपुआ रेंज के अलग-अलग हिस्सों में 80 हाथी घूम रहे हैं. इसे लेकर ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि चंपुआ रेंज में खनन के लिए जंगल बड़े पैमाने पर साफ कर दिये गये हैं. ऐसे में हाथी भोजन व पानी के लिए अब गांवों की ओर आने लगे हैं. इससे खेतों में लगी फसल व सब्जियों तथा घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
सात दिनों में 20 से अधिक घरों को तोड़ अनाज खाया :
वन विभाग के अनुसार, चंपुआ रेंज के मालदा, बामेबारी सेक्शन में 8, चिपिंडा में 6, जेल्दा सेक्शन के जेल्दा और जरीबहाल में 2, खांडबांध में 19 और उखुंदा सेक्शन के कटुलिकाना में 29 हाथी घूम रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में हाथियों ने उखुंदा सेक्शन में बरपाड़ा, बरधाना, नंदपुर, पद्मपुर, कटुलिकाना, तियांसिपशी आदि गांवों में आतंक मचाते हुए 20 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचाया है. घरों के अंदर रखे चावल व अनाज खा रहे हैं. हाथियों के कारण क्षेत्र के निवासी दहशत में हैं.फसल को बचाने में हाथियों की चपेट में आ रहे किसान
हाथी समूह में गांवों में घूम रहे हैं. दिनभर में जंगल में होते हैं. शाम को गांवों में घुस जाते हैं. हाथी गांवों में भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. चूंकि, हाथी गांवों में फसलों को नष्ट कर देते हैं. किसान अपनी फसल बचाने के लिए अक्सर हाथियों की चपेट में आ जाते हैं.छह महीने में 10 से अधिक लोगों की गयी जान
मालूम हो कि पिछले छह महीने में हाथियों के हमले में 10 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. वन विभाग हाथियों पर नजर रख रहा है, लेकिन काबू पाने में नाकाम साबित हो रहा है. हाथियों का उत्पात दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है. ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है.चंपुआ वन क्षेत्र में हाथियों पर नजर रखी जा रही है. वन विभाग पूरी तरह सक्रिय है. हाथियों को आरक्षित वन क्षेत्र की ओर खदेड़ने की तैयारी चल रही है.
– अक्षय क्षत्रिय
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