चक्रधरपुर. कोल्हन विश्वविद्यालय के अंगीभूत सभी कॉलेजों को इंटरमीडिएट में दाखिला बंद कर दिया गया है. इससे मैट्रिक पास करने वाले विद्यार्थियों के समक्ष समस्या खड़ी हो गयी है. साथ ही कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी भी परेशान हैं. बच्चे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. कॉलेज में काम करने वाले शिक्षक एवं नन टीचिंग स्टाफ को रोजगार छिन जाने का खतरा मंडरा रहा है. जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में नामांकन फार्म लेने के लिए रोजाना सैकड़ों विद्यार्थी पहुंच रहे हैं. इस साल बगैर फार्म लिए लौट रहे हैं. कोल्हन विश्वविद्यालय के आदेशानुसार सत्र 2024-26 में नामांकन लेने के बाद सत्र 2025-27 में नामांकन बंद कर किया गया है. जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के इंटरमीडिएट सत्र 2024-26 के कला संकाय में 384, विज्ञान में 384 व वाणिज्य में 384 विद्यार्थी नामांकित हैं. जिले में रहकर ही प्लस टू की पढ़ाई करने के इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए चक्रधरपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय एक बेहतर विकल्प है. इस सरकारी महाविद्यालय में इंटरमीडिएट में तीनों संकाय यानि कला, विज्ञान व वाणिज्य की पढ़ाई होती है.
चक्रधरपुर के इन स्कूलों में होती है प्लस टू की पढ़ाई
चक्रधरपुर के मारवाड़ी प्लस टू उच्च विद्यालय, रोलाडीह प्लस टू उच्च विद्यालय, कराइकेला प्लस टू उच्च विद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय निश्चितपुर, कस्तूरबा विद्यालय बंदगांव, रेलवे हाइस्कूल, सिस्टर निवेदिता महिला महाविद्यालय, केंद्रीय विद्यालय आदि स्कूलों में इंटर की पढ़ाई होती है.12 टीचिंग व 8 नन टीचिंग स्टाफ हो जायेंगे बेरोजगार
जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद होने से 12 टीचिंग और 8 नन टीचिंग स्टाफ बेरोजगार हो जाएंगे. इंटरमीडिएट भवानी शंकर मिश्रा, विजय रवानी, फिरदौस नजूला, मनसा महतो, सुप्रिया हेंव्रम, शमा परवीन, चंद्रकला महानता, चंदन प्रधान, सूरज शर्मा, रीना महतो, संगीता बरुआ, भूपति महतो टीचिंग स्टाफ एवं सुनीता मोहंती, इंद्रजीत मुंडा, कृष्णा महतो, अशोक मोहंती, कालिया सहर, तारा देवी, गुड़िया मुखी नन टीचिंग स्टाफ के रूप में कार्यरत हैं. टीचिंग स्टाफ को प्रत्येक मास 12000, नन टीचिंग स्टाफ को 8000 और आदेशपाल को 6000 मानदेय के रूप में दिया जाता है.
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