चाईबासा.होली पर बिहार जाने वाली बस व ट्रेन में सीट के लिए मारामारी है. वहीं, चाईबासा बस स्टैंड से बिहार जाने वाली तीन बसों में बमुश्किल से सवारी मिल रहा है. यात्री नहीं मिलने के कारण चाईबासा से भागलपुर जाने वाली बस मंगलवार को रद्द कर दी गयी.
हालांकि, पटना जाने वाली यात्री बस की स्थिति ठीक रही. 34 शीटर बस में 30 यात्री रहे. इनमें पटना के 10 सवारी, नवादा, बिहार और रजौली के सवारी शामिल थे. वहीं, चाईबासा से गया जाने वाली बस में मात्र 14 यात्री मिल सके. पटना जाने वाली यात्री बस के कर्मी ने बताया कि मंगलवार को स्थिति संतोषजनक रही. सोमवार को पटना जाने के लिए मात्र छह यात्री मिले थे. नवादा के दो व बख्तियारपुर के पांच सवारी मिले. यह स्थिति कोरोना काल के बाद से है.कोरोना काल से किराया में बेतहाशा वृद्धि हुई
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल के बाद से यात्री बसों के किराया बेतहाशा बढ़ गया है. ट्रेन से सफर करने पर काफी कम किराया लगता है. यही वजह है कि पटना सहित बिहार के अन्य हिस्सों के ज्यादातर यात्री ट्रेन से सफर करने लगे हैं. जानकारी के अनुसार, पटना जाने के लिए बस से सफर करने पर प्रति यात्री को स्लीपर सीट के लिए 900 व केवल सीट के लिए 700-800 रुपये किराया चुकाना पड़ता है.लापरवाही : बस व सवारी गाड़ी की छत पर सफर कर रहे स्कूली बच्चे
चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन ने सड़क पर सुरक्षित सफर के लिए तांबो चौक पर जवानों को तैनात किया है. इसके बावजूद तांबो चौक सहित बस पड़ाव के पास चार पहिया वाहनों की छत पर लगेज (सामान) के साथ सवारी भी बैठाये जा रहे हैं. इससे दुर्घटना की आशंका रहती है. मंगलवार को यात्री बस व छोटा हाथी सवारी गाड़ी की छत पर सवारी बैठाये गये थे. तांबो चौक के पास चिलचिलाती धूप में एक यात्री बस व छोटा हाथी सवारी गाड़ी की छत पर स्कूली बच्चे सफर कर रहे थे. यह देखने वाले यातायात व्यवस्था को कोसते रहे.
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