चाईबासा.
10 अगस्त से शुरू होनेवाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए सदर अस्पताल सभागार में सोमवार को प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बीभीडी पदाधिकारी डॉ मीना कालुंडिया एवं डिप्टी सुपरिटेंडेट डॉ शिवचरण हांसदा ने की. डब्लूएचओ डॉ अखिलेश पटेल ने तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया. बीभीडी पदाधिकारी डॉ कालुंडिया ने सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सकाें व पदाधिकारियों को एमडीए-आइडीए के लिए परिवारों की सूची अगले सात दिनों तक तैयार करने का निर्देश दिया. सभी ब्लॉक में 8 अगस्त से पहले सभी डीए और सुपरवाइजर की ट्रेनिंग पूरी करने का निर्देश दिया गया. एमडीए में जरूरत पड़ने वाले सभी सामग्री की मांग अगले 24 घंटे में जिला को भेजना सुनिश्चित करें.90 प्रतिशत दवा सेवन सुनिश्चित करने का लक्ष्य बनाएं
जिला सलाहकार शशि भूषण महतो ने बताया कि पिछली बार शहरी क्षेत्रों में दवा सेवन की दर कम रही थी. इस बार विशेष योजना (स्पेशल प्लान) बनाकर 90 प्रतिशत दवा सेवन सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है. पिरामल फाउंडेशन के सुरजीत गोयल ने जानकारी दी कि जिले में सभी मुखिया, प्रखंड प्रमुख एवं जिला परिषद सदस्यों की कार्यशाला जिला परिषद उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित की जायेगी. सभी प्रखंडों को अभियान के लिए राशि भेज दी गयी है, जिसका शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जायेगा. जिले में 633 उच्च प्राथमिकता वाले गांवों की पहचान की गयी है. इन गांवों के लिए विशेष योजना बनाकर हर व्यक्ति को दवा सेवन कराना सुनिश्चित किया जायेगा. इस बार जिले में 16 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीपीएम, बीएएम, मनीष कुमार, दिनेश्वर, संजय, सुनील, सभी प्रखंडों के बीभीडी इंचार्ज तथा मलेरिया फील्ड वर्कर उपस्थित थे.
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