चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 5 के निवासी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे हैं. वार्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहद खराब है. जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जबकि नालियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी जमा हो रहा है. इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है. वार्ड की अधिकतर सड़कें जर्जर अवस्था में हैं. रानी स्कूल के बगल से गुजरने वाली सड़क पूरी तरह टूट चुकी है. लगातार बारिश के चलते रानी तालाब का पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे सांपों और अन्य जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा बढ़ गया है. डॉक्टर शुक्ला के घर से लेकर हरिमंदिर तक तालाब का पानी घरों में घुस रहा है. स्थानीय लोगों ने बरसात से पूर्व तालाब की सफाई की मांग की थी, लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं होने से आज लोग परेशान हैं.राजा बगान में जलजमाव, आदिवासी परिवारों की स्थिति दयनीय
वार्ड के राजा बगान इलाके में लगातार बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बेहद गंभीर है. आधा दर्जन से अधिक आदिवासी परिवार पिछले एक महीने से घर के चारों ओर पानी से घिरे हुए हैं. जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. कीचड़युक्त पानी से दुर्गंध फैल रही है और लोग मुंह पर रूमाल बांधकर आने-जाने को विवश हैं. सांपों और जहरीले कीड़ों का खतरा लगातार बना हुआ है. मच्छरों की संख्या में भी तेज़ी से वृद्धि हो रही है. क्षेत्र में बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गयी है.
नालियों की सफाई नहीं, क्षतिग्रस्त ढक्कन और कचरे का अंबार
वार्ड में कई नालियां कचरे से जाम हैं. कुछ स्थानों पर ढक्कन वाली नालियों का निर्माण किया गया है, लेकिन अधिकतर नालियों की स्थिति खराब है. कई जगह नालियां क्षतिग्रस्त हैं और मरम्मत की आवश्यकता है. मच्छरनाशक का छिड़काव तक नहीं किया गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसे रोगों का खतरा बढ़ गया है. स्ट्रीट लाइट का अभाव, बिजली रहने के बावजूद वार्ड में रहता है अंधेरा
वार्ड संख्या पांच में स्ट्रीट लाइट की भारी कमी है
कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति रहने के बावजूद रात के समय अंधेरा पसरा रहता है. पूर्व वार्ड पार्षद ने नगर परिषद को 47 स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन आज तक लाइट नहीं लगायी गयी. बारिश के दौरान कई बिजली के पोल टेढ़े हो गये हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है