चाईबासा.
जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैडर्ड ( एनक्वास ) का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सदर अस्पताल सभागार में सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार मांझी की अध्यक्षता में दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ. इसमें जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी एवं सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया. सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं गुणवत्ता टीमों को 10-15 दिनों के अंदर लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया. प्रशिक्षण को लेकर गठित टीम में शामिल नोडल पदाधिकारी डॉ शिवचरण हांसदा, जिला प्रोग्राम मैनेजर देवेंद्र श्रीवास्तव, अर्बन हेल्थ मैनेजर दीपक तुबिद, बंकिम प्रधान ने गुणवत्ता इंडिकेटर, पेशेंट सर्विस, इंफेक्शन कंट्रोल आदि की जानकारी दी. प्रशिक्षण में जिले के चयनित सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्टाफ नर्स एवं सीएचओ शामिल थे.जिले में चयनित हैं 188 आयुष्मान आरोग्य मंदिर
जिले में 188 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का चयन किया गया है. जिसमें प्रथम सूची में 88 आरोग्य मंदिरों की क्वालिटी हेल्थ चेकलिस्ट (जांच सूची) प्राप्त हुई है. एनक्वास में चयनित आरोग्य मंदिरों में बेहतर सुविधाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार आरोग्य मंदिर के हिसाब से बजट मुहैया करायेगी. इस बजट को स्टाफ व मरीजों की बेहतर स्वास्थ्य तथा उपकेंद्रों के सुदृढ़ीकरण पर खर्च किया जायेगा.
क्या है एनक्वास
योजना
केंद्र सरकार ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए एनक्वास योजना चला रखी है. इसके तहत केंद्रीय टीम पहले सरकारी अस्पतालों में आकर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का सर्वे करती है. इसके बाद अपनी रिपोर्ट केंद्र को भेजती है. सर्वे में खरा उतरने पर अस्पताल को एनक्वास में चयन किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है