चाईबासा. चाईबासा में स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय की उच्च शिक्षा की स्थिति बदहाल है. जिले के सुदूर ग्रामीण विद्यार्थियों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 2017 में 3 डिग्री कॉलेज की स्थापना की गयी. इसमें जगन्नाथपुर, मझगांव व मनोहरपुर में खोले गए. इसमें शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों के अभाव में शिक्षण व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही. नयी शिक्षा नीति के तहत फोर इयर डिग्री कोर्स के तहत प्रथम सेमेस्टर में नामांकन के लिए सत्र 2025-29 में विद्यार्थियों ने आवेदन कर दिया है. पांच जुलाई को पहली कट अप लिस्ट जारी की गयी है. नामांकन में विद्यार्थियों को परेशानी ना हो इसके लिए विश्वविद्यालय के निर्देश पर कॉलेजों में कमेटियां बनायी गयी. तीनों डिग्री कॉलेजों में लगभग 560 आवेदन आए है. इसमें मनोहरपुर के लिए 80, जगन्नाथपुर के लिए 275 एवं मझगांव में 203 आवेदन मिले हैं. इन तीनों कॉलेजों में कई ऐसे विषय हैं जिसमें शिक्षक ही नहीं है. उसमें भी विद्यार्थियों ने आवेदन कर दिया है.
आठ साल बाद भी नहीं बदली व्यवस्था :
जिला के विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा के लिए खोले गए तीनों डिग्री कॉलेजों की स्थिति आठ साल बाद भी नहीं बदली. कहीं निर्माण की गड़बड़ी से कक्षा में पानी भर जाता है, तो कहीं बिजली की व्यवस्था नहीं है. कहीं सफाई कर्मियों की कमी, तो कार्यालय कर्मियों की कमी. जगन्नाथपुर डिग्री कॉलेज पुराने पॉलिटेक्निक भवन में संचालित है, वहीं मनोहरपुर व मझगांव के कॉलेज नये भवन में चलाये जा रहे हैं.जगन्नाथपुर में हिंदी और अर्थशास्त्र विषय के शिक्षक नहीं
प्रोफेसर इनचार्ज को मिलाकर कुल 18 पद स्वीकृत हैं, जबकि कार्यरत मात्र 9 हैं. इसमें 5 स्थाई और 4 नीड बेस्ड हैं. वर्तमान में प्रोफेसर इनचार्ज रसायन विज्ञान विभाग के हैं. यहां दो विषय ऐसे हैं, जिसमें शिक्षक ही नहीं हैं. हिंदी में 65 आवेदन और अर्थशास्त्र में 5 आवेदन आये हैं. यह कॉलेज पुराने पॉलिटेक्निक भवन में चल रहा है.मझगांव डिग्री कॉलेज में इतिहास व हिंदी विभाग में शिक्षक नहीं
प्रोफेसर इंचार्ज को मिलकर कॉलेज में 18 पद स्वीकृत हैं. इसमें मात्र 4 शिक्षक कार्यरत हैं. 3 स्थाई और 1 नीड बेस्ड. वर्तमान प्रोफेसर इनचार्ज कॉमर्स के हैं, जबकि इस विषय के छात्र नहीं हैं. कॉलेज में इतिहास और हिंदी में शिक्षक नहीं, परन्तु 20 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. कॉलेज में जल जमाव की स्थिति बनी रहती है.मनोहरपुर डिग्री कॉलेज में साइंस के शिक्षक नहीं
प्रोफेसर इंचार्ज वनस्पति विज्ञान विभाग के हैं, जबकि यहां साइंस की पढ़ाई नहीं होती. कॉलेज में 17 पद स्वीकृत हैं, जबकि कार्यरत मात्र 5 हैं. इसमें 2 स्थाई और 3 नीड बेस्ड हैं. कॉलेज में अंग्रेजी एवं जुलॉजी के शिक्षक नहीं हैं, पर आवेदन आये हैं. इस कॉलेज में 90 आवेदन मिले हैं. कोल्हान विश्वविद्यालय का मनोहरपुर डिग्री कॉलेज एकमात्र ऐसा कॉलेज है जहां पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के शिक्षक का पद स्वीकृत किया गया.“जिस डिग्री कॉलेज में शिक्षक नहीं हैं, वहां के प्रोफेसर इंचार्ज इसे देख रहे हैं. उनके द्वारा शिक्षकों की आवश्यकता बताने पर विश्वविद्यालय विचार करेगा. ” –
डॉ पी सियाल
, कुलसचिव, कोल्हान विश्वविद्यालयडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है