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Chaibasa News : सात घरों में एक माह से जमा है दो फीट पानी

चक्रधरपुर. पोटका लाल गिरजा घर के समीप ड्रेनेज जाम, मिट्टी के तीन घरों की दीवारें गिरीं

चक्रधरपुर.

पिछले एक माह से लगातार हो रही बारिश के कारण चक्रधरपुर नगर परिषद पोटका लाल गिरजा घर के समीप रांची- चाईबासा मुख्य मार्ग का ड्रेनेज जाम हो गया है. इससे पोटका के पूजा साह, विशाल मुंडा, शारदा गोप, निमाई मिश्रा, रमेश बाजरा, जानकी बाजरा, राजेश मुंडा के घरों में पिछले एक माह से बारिश का पानी घुसा हुआ है. बीती रात पूजा साह के मिट्टी का घर गिर गया. हालांकि इससे कोई घायल नहीं हुआ. शनिवार की सुबह मजदूर नेता सिकंदर जामुदा पीड़ित परिवारों से मिले. उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद की लापरवाही से इन घरों में पानी घुसा है.

पार्वती और शारदा के घरों में घुसा बारिश का पानी

पिछले दो दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश के कारण पार्वती मुंडा व शारदा गोप के घरों में करीब दो फीट तक बारिश का पानी जमा हुआ है. परिवार के लोग दूसरे के घरों में शरण लिये हुए हैं. घरों में जमे पानी को टुल्लू पंप और बर्तन से निकाला जा रहा है. लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा. बारिश के कारण पानी फिर घुस जा रहा है.

इनके मकान टूटे :

पोटका के शारदा गोप, पूजा साह व राजेश मुंडा के मिट्टी के मकान की दीवार गिर गयी है. वहीं घरों में घुसा हुआ है. उसी क्षेत्र के विशाल मुंडा, निमाई मिश्रा, रमेश बाजरा, जानकी बाजरा के घरों में भी पानी घुस गया है और दीवारें ढहने लगी हैं. ये ठेला- खोमचा लगाकर और मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं.

डांगुवापोशी सिक लाइन के नीचे मिट्टी बही, ट्रेनों की रफ्तार घटी

भारी बारिश से डांगुवापोसी व रेलवे कॉलोनी जलमग्न हो गया है. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. बारिश से डांगुवापोसी की रेलवे सिक लाइन के नीचे की मिट्टी बह गयी. यहां सिक लाइन से फिट होकर ट्रेनें निकलती हैं. मिट्टी धंसने के कारण काम बंद रहा. सिक लाइन को दुरुस्त करने में रेलवे जुट गया है. डांगुवापोसी की मुख्य रेल लाइनों में रेलवे ने एहतियात बरतते हुएं ट्रेनों की रफ्तार धीमी कर दी है.

सुरक्षित जगह जाने को सामान बांधने लगे तटीय क्षेत्र के लोग

पिछले एक माह से हो रही लगातार बारिश से जहां मनोहरपुर प्रखंड के गांव से शहर तक की सड़कों पर जगह- जगह जलजमाव हो गया है. वहीं नालियां जाम हो गयी हैं. शनिवार को मनोहरपुर स्थित कोयल व कोयना नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया. दोपहर बाद कोयना नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी का पानी तटीय इलाकों की सड़कों तक पहुंच गया. शहरी क्षेत्र अंतर्गत पूर्वी पंचायत के इंदिरानगर टोला में नदी का पानी सड़कों व घरों के आंगन तक पहुंच गया है. पानी बढ़ने बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. ग्रामीण बीती रात से ही रातजगा कर रहे हैं. अपने-अपने सामानों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की तैयारी में जुट गये हैं. इधर, कोयना नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाके लाइनपार, पुराना मनोहरपुर, काशीपुर, पाथरबासा आदि गांवो में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी में जुट गये हैं.

बीडीओ-सीओ ने प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण :

बीडीओ शक्तिकुंज, सीओ प्रदीप कुमार व मनोहरपुर पुलिस ने शनिवार को इंदिरानगर, लाइनपार, काशीपुर समेत गांवो का दौरा किया. इंदिरानगर में नदी से सटे घरों में रहने वाले लोगों से मुलाकात की व उनका हाल जाना. उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने को लेकर मौजूद जन प्रतिनिधि व अधिकारियो को निर्देश दिया. बीडीओ ने कहा की प्रशासन नजर बनाये हुए है.

लगातार बारिश से संजय, विंजय और ब्राह्मणी नदियां उफान पर

तीन दिनों से चक्रधरपुर में लगातार हो रही बारिश से संजय नदी, विंजय नदी, ब्राह्मणी नदी उफान पर है. तीन दिनों में 120.6 एमएम रिकॉर्ड बारिश हुई है. 24 जुलाई को 40.6 एमएम, 25 जुलाई को 31.6 एमएम तथा 26 जुलाई को 48.4 एमएम बारिश हुई.

रेलवे पश्चिमी केबिन का अंडरपास में जलजमाव:

रेलवे पश्चिमी केबिन के अंडरपास में दो से ढ़ाई फीट जलजमाव हो गया. आवाजाही करने वाले लोग परेशान रहे. स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन को क्रॉस करते हुए स्कूल पहुंचे.

लगातार बारिश से किसान परेशान :

क्षेत्र में लगातार बारिश से किसान परेशान हैं. खेतों में पानी भर जाने से धान की रोपाई करने में दिक्कत हो रही है. क्षेत्र में अब भी 50 प्रतिशत रोपाई का काम बाधित है.

शहर की कई कॉलोनियों में घुसा पानी:

रेलवे क्षेत्र के पोर्टर खोली, एकाउंट्स कॉलोनी, आरई कॉलोनी, रिटायर्ड कॉलोनी, पोटका, महतो साई, दंदासाई वार्ड संख्या पांच, पातू कॉलोनी, केनाल रोड के कई घरों में पानी घुस गया है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

नगर परिषद से पीड़ित परिवारों को दी जायेगी मदद :

राहुल कुमार यादवचक्रधरपुर. चक्रधरपुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राहुल कुमार यादव ने कहा कि बारिश से पोटका में गिरे घरों के पीड़ित परिवारों की मदद कि जायेगी. साथ ही सभी ड्रेनेज की साफ सफाई होगी. उन्होंने कहा कि जिनका भी मकान गिरा है उनको आपदा प्रबंधन द्वारा मुआवजा दिया जायेगा. इसके लिए सभी पीड़ित परिवार अंचल अधिकारी को आवेदन दें.

– घरों के अंदर दो फीट से अधिक पानी भरा हुआ है. दूसरे के घरों में रह रही हूं. टुल्लू पंप से पानी निकाला जा रहा है, लेकिन यह नाकाफी है. दीवारें गिरने लगी हैं. प्रशासन उचित कदम उठाये.

-पार्वती मुंडा

, पीड़ित

– घर की दीवार गिरने से काफी नुकसान हुआ है. दूसरे के घर में रहना पड़ रहा है. प्रशासन मुआवजा दे, ताकि पक्का मकान बना सके.

-पूजा शाह

, पीड़ित

– मिट्टी का कच्चा मकान होने के कारण दीवारे पानी में नम हो गयीं और घर गिर रहा है. प्रशासन ड्रेनेज की साफ- सफाई कराये और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे.

-सोनमोनी मुंडा

, पीड़ित

– नगर परिषद की उदासीनता का खामियाजा हम लोगों को भरना पड़ रहा है. बारिश के पानी के चलते घर तालाब बन गया है. पानी निकालने का कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. अब तो घर की एक तरफ की दीवार भी गिर गयी. प्रशासन मदद करे.

-शारदा गोप

, पीड़ित

– नगर परिषद की लापरवाही के कारण पोटका क्षेत्र के लोग परेशान हैं. लाल गिरजाघर पोटका के समीप ड्रेनेज की सफाई नहीं होने के कारण बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है. पानी घुसने से लोगों के मिट्टी का मकान गिर रहे हैं. पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाये. सात दिनों के अंदर अगर मुआवजा नहीं मिला, तो रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग जाम करेंगे.

– सिंकदर जामुदा

, मजदूर नेता

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