जगन्नाथपुर.नोवामुंडी प्रखंड की जेटेया पंचायत स्थित नयागांव के ओड़िया स्कूल में गुरुवार को मध्याह्न भोजन खाने के बाद तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत हो गयी थी, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हो गये थे. इनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है.
रविवार को अपर उपायुक्त प्रवीण केरकेट्टा, डीएसइ प्रवीण कुमार, एसडीओ जगन्नाथपुर महेंद्र छोटन उरांव गांव में पहुंचे और पीड़ित बच्चों के परिजनों से मुलाकात कर बारी-बारी से मामले की जानकारी ली. इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र महतो व सहायक शिक्षक भीष्म गोप सहित मृत बच्ची के नाना का बयान कलमबंद किया गया. परिजनों ने अपर आयुक्त को बताया कि गुरुवार रात नौ बजे बच्चों को उल्टी दस्त होने लगी. एंबुलेंस को फोन करने पर तीन घंटे बाद आने की बात कही गयी. लेकिन एंबुलेंस नहीं आयी. बहुत मुश्किल से किसी तरह वाहन की व्यवस्था कर बच्चों को जगन्नाथपुर, नोआमुंडी तथा कुछ बच्चों को ओडिशा के चंपुआ अस्पताल ले गये थे. उन्होंने बताया कि जेटेया में स्वास्थ्य केंद्र है, परंतु चिकित्सक नहीं रहते हैं. सिर्फ एएनएम रहती है. यदि स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक रहते, तो बच्चों का इलाज यहीं पर हो पाता. ग्रामीणों ने जेटेया में एक चिकित्सक और एंबुलेंस देने की मांग की.बीमार मजदूर के संपर्क में आया था छात्र अमित गोप
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सबसे पहले अमित गोप नामक बच्चे का तबीयत खराब हुई थी. उसके बाद लगातार बच्चों की तबीयत खराब होने लगी. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में स्कूल की पेंटिंग करने वाले कुछ मजदूरों की तबीयत मंगलवार-बुधवार को खराब थी, जिसके संपर्क में अमित गोप आया था. ग्रामीणों के कहने पर फूड सेफ्टी ऑफिसर अभिषेक आनंद ने गांव से पानी का सैंपल जांच के लिए लिया. वहीं बड़ाजामदा स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रभारी हरिपद हेंब्रम के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया, जिसमें ग्रामीणों की जांच कर दावा वितरित की गयी.दो लोगों को भेजा गया टीएमएच
रविवार को दो और लोगों को बेहतर इलाज के लिए टीएमएच नोवामुंडी भेजा गया. इनमें साढ़े चार साल की बच्ची आकृति गोप और स्कूल में पेंटिंग का काम करने वाला मजदूर प्रकाश सरदार शामिल हैं.ग्रामीणों को साफ-सफाई रखने की सलाह
नयागांव ओड़िया प्राथमिक विद्यालय में फूड प्वाइजनिंग की घटना का जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है. उपायुक्त ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनायी है. इस टीम में एडीसी, जगन्नाथपुर के एसडीओ, फूड सेफ्टी ऑफिसर, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी शामिल हैं. इस कमेटी के सदस्यों ने रविवार को नोवामुंडी प्रखंड के जेटेया गांव का दौरा कर ग्रामीणों के साथ बैठक की. इसमें ग्रामीणों को अपने आस-पास साफ-सफाई रखने, बच्चों को खाना खिलाने से पहले हाथ अच्छी तरह धोने, पानी गरम करके पीने की सलाह दी गयी. ऊपर टोला एवं नीचे टोला के कुआं, तालाब एवं चापाकल के पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है. गांव में एक सप्ताह तक मेडिकल कैंप जारी रखने का निर्णय लिया गया. कै-दस्त होने पर तत्काल इसकी सूचना चिकित्सक को देने का निर्देश दिया गया है.जिला परिषद अध्यक्ष ने बच्चों का हाल जाना
नोवामुंडी. नोवामुंडी टिस्को अस्पताल में इलाजरत नयागांव ओड़िया प्राथमिक विद्यालय के स्कूली बच्चों का हाल जानने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरीन पहुंचीं. उन्होंने बच्चों से कुशलक्षेम जाना और हरसंभव मदद का भरोसा दिया. नोवामुंडी प्रखंड के जेटेया पंचायत के नयागांव ओड़िया स्कूल के बच्चे मध्याह्न भोजन खाने के बाद बीमार हो गये थे. जिसके बाद उन्हें नोवामुंडी, जगन्नाथपुर और चंपुआ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. 11 बच्चे नोवामुंडी के टिस्को अस्पताल में भर्ती हैं. इलाज के बाद सभी बच्चों की स्थिति अभी बेहतर है. एक बच्ची आयुषी गोप की मौत जगन्नाथपुर में इलाज के क्रम में हो गयी थी. लक्ष्मी सुरीन ने कहा कि जेटेया नयागांव स्कूल के बच्चे मिड डे मील खाकर फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गये थे. यह जिला में पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई स्कूलों में बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं. ऐसी घटना न घटे, इसके लिए विद्यालय प्रबंधन को अलर्ट रहना चाहिए. जांच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी.
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