चाईबासा.
मॉनसून की पहली बारिश से पश्चिमी सिंहभूम जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. जिले में 48 मिमी बारिश हुई है. इसमें सर्वाधिक बंदगाव प्रखंड में 140 मिमी व नोवामुंडी प्रखंड में 84.2 मिली बारिश हुई है. वहीं, सबसे कम आनंदपुर प्रखंड में 20.0 मिमी व तांतनगर में 22.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया. मंगलवार रात से झमाझम बारिश शुरू हुई. बुधवार को दिनभर बारिश की रफ्तार बनी रही. मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश का सिलसिला अगले भी जारी रहेगा. लगातार बारिश से रोरो नदी का जलस्तर बढने लगा है. शहर के विभिन्न सड़कों पर जल जमाव हो गया. लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा.मंगलाहाट व मधुबाजार में नहीं पहुंचे सब्जी विक्रेता
बारिश की वजह से मंगलाहाट में इक्का- दुक्का किसान सब्जी बेचने पहुंचे. मंगलाहाट में जगह- जगह जल जमाव से परेशानी हुई. यही स्थिति मधुबाजार संध्या गुदडी की रही. ग्रामीण क्षेत्र के सब्जी बिक्रेता नहीं पहुंचे. सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम रही.
सडकों पर जल जमाव से आवागमन में परेशानी
शहर के गांधी मैदान चौक, गांधीटोला, ऊपर टुंगरी, नेहरू चौक से सर्किट हाउस जाने वाले मार्ग पर जल जमाव से पैदल चलने वालों को परेशानी हुई. मेरीटोला मार्ग व गुटुसाई की पुराना दारूभट्टी के पास जल जमाव की स्थिति रही. नालियों के जाम रहने से बारिश पानी सड़क पर बहने लगा. नीमडीह मोहल्ले में नालियों का पानी सड़क पर बहता रहा. इससे उस मार्ग के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा.
खेत जोत कर मेड़ को मजबूत करें, ताकि पानी रुक सके
जिला कृषि पदाधिकारी: बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है. अपने खेतों में मेड़बंदी की तैयारी शुरू कर दी है. जिला कृषि पदाधिकारी अमरजीत कुजूर ने किसानों से खेतों की जुताई और मेढ़ को मजबूत करने की सलाह दी है, ताकि बारिश के पानी के खेतों में रोका जा सके. उन्होंने बताया कि अभी खेतों की जुताई करने से घास- फूस खत्म हो जायेगी. इससे धान के पौधों को पनपने और बेहतर फसल होने की संभावना बढ़ जाती है.बोकना पुल डूबा, स्टेशन कॉलोनी के घरों में घुसा पानी, परेशानी बढ़ी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है