चाईबासा.समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित संप्रेक्षण गृह से फरार बाल बंदियों के लौटने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा. गुरुवार को एक और बाल बंदी संप्रेक्षण गृह लौट गया. संप्रेक्षण गृह लौटने वाले बाल बंदियों की संख्या बढ़कर आठ हो गयी है, जबकि अब भी 13 बाल बंदी फरार हैं. विदित हो कि मंगलवार को संप्रेक्षण गृह के बाल बंदियों के बीच विवाद होने के बाद वे उग्र हो गये थे. इसके बाद उन्होंने संप्रेक्षण गृह में जमकर हंगामा व तोड़फोड़ किया था. हंगामे के बीच ड्यूटी पर तैनात तीन जवान चोटिल हो गये थे.
पांच सुरक्षाकर्मियों के भरोसे 85 बाल बंदी
इस संप्रेक्षण गृह में कुल 85 बच्चे बंदी रह रहे हैं. जबकि इस संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा के लिए मात्र पांच जवानों को ही तैनात किया गया है. यही वजह है कि जब बाल बंदियों द्वारा जब गृह के दोनों गेट मामले को संबंधित विभाग के लेकर राज्य स्तर से लेकर जिला स्तर तक के पदाधिकारियों को संप्रेक्षण गृह आना पड़ा था. घटना को लेकर जांच- पड़ताल भी की गयी थी. मामले को लेकर जांच के बाद क्या कार्रवाई की गयी, अभी इसका खुलासा नहीं हो पाया है. इससे पूर्व भी बच्चों द्वारा वहां तैनात अधिपति सह लेखा लिपिक के साथ मारपीट की गयी थी. इससे वे घायल हो गये थे. बच्चों द्वारा की गयी पिटायी की वजह से लेखा लिपिक को कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराना पड़ा था. ऐसे में कहा जा रहा है कि उक्त पिटाई प्रकरण में वहां कार्यरत पदाधिकारियों ने सबक लिया होता तो इतनी बड़ी घटना से बचा जा सकता था.
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