चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में बीते मंगलवार शाम से लगातार हो रही झमाझम बारिश से जनजीवन बेहाल है. जिले में बीते 24 घंटे में 100.3 एमएम बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गयी. सबसे अधिक बंदगांव प्रखंड में 238.8 मिमी व सबसे कम नोवामुंडी प्रखंड में 64.8 मिमी बारिश हुई. जगह-जगह जल-जमाव, पेड़ गिरने, बिजली के तार टूटने व अन्य घटनाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सबसे अधिक परेशानी बिजली व पेयजलापूर्ति में तथा दिहाड़ी मजदूरों को हुई है. लगातार बारिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. बाजार-हाट में खरीदार नहीं है. बसों व वाहनों में यात्री नहीं मिल रहे हैं. जिले में बारिश से भारी नुकसान हुआ है. घरों में पानी घुसने से सामानों की बर्बादी हुई है.मंगलाहाट में गिनीं-चुनीं दुकानें लगीं
चाईबासा शहर जगह- जगह जल जमाव से आवागमन में परेशानी हुई. मंगलाहाट डेली सब्जी बाजार बाजार में गिनीं-चुनीं दुकानें लगीं. सब्जी के किसान बाजार तक नहीं पहुंचे सके. सब्जी विक्रेताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा. मंगलाहाट में कादो- कीचड़ फैलने से सब्जियों के खरीदार की संख्या नगण्य रही. पुलिस लाइन मार्ग के गड्ढों से जल जमाव से आम लोगों व स्कूली बच्चों को काफी दिक्कत हुई.सड़क पर पकड़ी मछली, आधा दर्जन घरों में घुसा पानी
महुलसाई के शास्त्री नगर मोहल्ले की सड़क पर तालाब का पानी बहने लगा. मछलियां सड़क पर आ गयीं. लोगों ने सड़क पर मछलियां पकडीं. ऊपर टुंगरी व राजस्थान भवन के पास जल जमाव से दिक्कत हुई. नीचे टुंगरी में खेतों और नालियों का पानी आधा दर्जन दुकानों में प्रवेश कर गया. व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है. राजस्थान भवन के पास जिला मत्स्य विभाग के कार्यालय परिसर में पानी भर गया. कर्मियों को परेशानी हुई. गांधीटोला मार्ग पर जल जमाव हुआ.रोरो नदी का जलस्तर बढ़ा, तटीय इलाके के लोग चिंतित
चाईबासा.
लगातार बारिश से रोरो नदी का जल स्तर बढ़ गया है. नदी किनारे रहने वालों की चिंता बढ़ गयी है. जगह-जगह नालियां जाम रहने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. सड़कें जलमग्न हैं. यशोदा सिनेमा चौक से पुलिस लाइन जानेवाली सड़क के गड्ढों में पानी जमा हो गया है. वाहन चालक गड्ढे से गिरकर चोटिल हो रहे हैं. संत जेवियर स्कूल स्थित पाताहातु गांव को जोड़नेवाली रोरो नदी का छोटा पुल डूब गया है.बीमारी से बचने को सतर्कता बरतें
जल जमाव से बीमारियों के फैलने की आशंका है. जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ मीना कालुंडिया ने लोगों से अपील की है कि घरों के आसपास गड्ढों में जल-जमाव न होने दें. पानी जमने से मच्छर पनपेंगे. इससे मलेरिया, टायफायड, डेंगू, डायरिया आदि बीमारी फैलने की आशंका रहती है. मौसमी बीमारी से बचने के लिए उबाल कर पानी पीयें. रात में सोते समय मच्छरदानी लगाकर सोयें. बाहर का खाना से परहेज करें. बासी खाना नहीं खायें, सड़े- गले सब्जी नहीं खायें तथा बीमार पड़ने पर तुरंत जनदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर उपचार करें.
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