आनंदपुर. प्रखंड के डुमिरता में बनाया गये डैम का आउटलेट निर्माण के बाद पहली बरसात में ही आउटलेट के स्पोर्ट के लिए बनाया गया प्लेटफॉर्म बह गया. प्लेटफार्म टूट जाने से आउटलेट के टूटने की संभावना बढ़ गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर आउटलेट टूटा, तो बाढ़ जैसी स्थिति आ जायेगी. डैम का सारा पानी खाली हो जायेगा. इससे निचले क्षेत्र में बसे गांवों में पानी की समस्या हो जायेगी.
डैम निर्माण में बरती गयी लापरवाही
डुमिरता गांव में मनोहरपुर, कोलेबीरा मुख्य पथ के किनारे यह काफी पुराना डैम है. आठ वर्ष पूर्व जोरदार बारिश से डैम के बीच की आड़ टूट गई थी. लघु सिंचाई विभाग द्वारा डैम की मरम्मति की गयी. इसमें डैम की खुदाई, आड़ की मरम्मति, गार्डवाल, आउटलेट का निर्माण किया गया. ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान गार्डवाल का निचला हिस्सा धंस गया था. बावजूद विभाग ने इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया और आउटलेट निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया. संवेदक की मनमर्जी और विभागीय कर्मियों की उदासीनता से डैम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. पहली बरसात में गुणवत्ता की पोल खुल गयी.निचले क्षेत्र के गांवों में डैम से होती है सिंचाई :
डुमिरता डैम से डुमिरता, पेटेर, बेड़ातुलुंडा, बुरुतुलुंडा आदि गांवों में सिंचाई की जाती है. डैम से निचले हिस्से के कई गांवों में जलस्तर बना रहता है. डैम टूटने के बाद निचले हिस्से में बसने वाले ग्रामीणों को पानी की काफी मुश्किल हो गयी थी. डैम निर्माण कार्य शुरू होने से ग्रामीणों में आशा जगी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है