चाईबासा.
सदर (चाईबासा) प्रखंड की पंडावीर पंचायत अंतर्गत अंजेड़बेड़ा गांव में शुक्रवार को ग्रामीणों ने बैठक की. सर्वसम्मति से बरकेला-मोंगरा 03 किमी लंबी जर्जर सड़क को श्रमदान से चलने लायक बनाने का निर्णय लिया और काम शुरू किया. अब सड़क चलने लायक हुई है. यह सड़क बदहाल थी. हल्की बारिश में कीचड़ से भर जाती थी. ग्रामीणों ने चार ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन से मुरुम गिराकर सड़क को चलने लायक बनाया. जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर के डीजल का खर्च ग्रामीणों ने आपस में चंदा कर वहन किया.गांव में एंबुलेंस नहीं आती थी, मरीज होते थे
परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क खराब होने के कारण चाईबासा प्रखंड मुख्यालय हाट व बाजार जाने वालों को परेशानी होती थी. गांव में एंबुलेंस लेकर आने में चालक कतराता था. ऐसे में बीमार को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता था. सांसद, विधायक के साथ- साथ संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया. सिर्फ आश्वासन मिलता रहा. ऐसे में ग्रामीणों ने अपने दम पर सड़क को चलने लायक बनाने का फैसला लिया. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनाने में पंचायत के मुखिया मोटाय बोयपाई का काफी सहयोग रहा है.
सीआरपीएफ जवानों ने ग्रामीणों के लिए भोजन का प्रबंध किया
इधर, ग्रामीणों की एकजुटता देखकर सीआरपीएफ कैंप के जवानों ने खिचड़ी का प्रबंध किया. वहीं, फॉरेस्टर हरीश ने सहायता के लिए हाथ बढ़ाया. ग्रामीणों के कार्य को देखकर आने-जाने वालों ने स्वेच्छा से राशि प्रदान की.श्रमदान में रहा इनका योगदान
श्रमदान में अंजेड़बेड़ा ग्रामीण मुंडा जॉन तामसोय, सिंगिजरी मुंडा लंकेश्वर सुंडी, हरीश तामसोय, प्यारेलाल तामसोय, प्रधान तामसोय, तुराम तामसोय का योगदान रहा.
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