चाईबासा.
सदर अस्पताल के सभागार में गुरुवार को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. सत्र की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो कुमार माझी ने की. इस कार्यशाला में जिले के सभी प्रखंड साधन सेवियों ने भाग लिया. जिला परामर्शी मुक्ति बिरुआ ने प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की वर्तमान स्थिति से प्रतिभागियों को अवगत कराया. वहीं, मुख्य प्रवक्ता अनूप बागे ने बताया कि विद्यालय को तंबाकू मुक्त बनाये रखने के लिए कुल नौ बिंदुओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए. इनमें प्रमुख रूप से विद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर “तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान” का स्पष्ट उल्लेख आवश्यक है.प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु तंबाकू के सेवन के कारण होती है
उन्होंने बताया कि यदि विद्यालय के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचने वाली कोई दुकान है, तो उसकी सूचना संबंधित थाना प्रभारी को दी जाये, ताकि कोटपा 2003 की धारा 6(बी) के तहत कार्रवाई की जा सके. अनूप बागे ने कहा कि देश में प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु तंबाकू के सेवन के कारण होती है. इनमें से 50 प्रतिशत लोग विभिन्न प्रकार के कैंसर के शिकार होते हैं, जिसका मुख्य कारण तंबाकू है. उन्होंने कोटपा अधिनियम 2003 की प्रमुख धाराओं पर भी विस्तृत जानकारी दी. कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने तंबाकू से दूर रहने की शपथ ली. इस अवसर पर एनसीडी कार्यक्रम के कर्मचारी एवं स्वास्थ्यकर्मी भी उपस्थित थे.
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