जैंतगढ़. चंपुआ प्रखंड मुख्यालय में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित जनता दरबार के दौरान कोटरीपोसी पंचायत के चार गांवों के ग्रामीणों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पुरुषोत्तमपुर, कूदापी, कोटरीपोसी और नायकपुर गांवों को चंपुआ थाना क्षेत्र में शामिल करने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि कोटरीपोसी पंचायत की भौगोलिक स्थिति जटिल है. यह पंचायत चंपुआ प्रखंड अंतर्गत आती है, लेकिन इसके अधिकतर गांव जोड़ा थाना क्षेत्र में शामिल हैं. जबकि व्यावहारिक रूप से इन गांवों का सीधा संबंध चंपुआ से है.
चंपुआ से दूरी 7-8 किमी, जोड़ा से 15 किमी:
गांवों की चंपुआ प्रखंड मुख्यालय से दूरी महज 7-8 किलोमीटर है, जबकि जोड़ा से दूरी करीब 14-15 किलोमीटर है. ब्लॉक कार्यालय, अस्पताल, तहसील, डॉक्टर, स्कूल-कॉलेज समेत अधिकतर सुविधाएं चंपुआ में ही उपलब्ध हैं, जिन पर ग्रामीण दैनिक रूप से निर्भर हैं.जोड़ा थाना की दूरी बढ़ा रही समस्या
वर्तमान में इन गांवों की पुलिसिंग व्यवस्था जोड़ा थाना के अधीन है, जिससे ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. पुलिस स्टेशन दूर होने के कारण न केवल समय ज्यादा लगता है, बल्कि आवागमन में अधिक खर्च भी आता है और समय पर पुलिस सहायता मिलना भी मुश्किल होता है.केवल एक गांव चंपुआ थाना में शामिल:
कोटरीपोसी पंचायत में कंकंडापाट, कोटरीपोसी, कूदापी, पुरुषोत्तमपुर और नायकपुर गांव शामिल हैं. इनमें से केवल कंकंडापाट गांव ही चंपुआ थाना क्षेत्र में आता है, शेष चार गांव अब भी जोड़ा थाना क्षेत्र में हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व भी वे कई बार इन गांवों को चंपुआ थाना क्षेत्र में शामिल करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों ने प्रशासन से इस दिशा में शीघ्र पहल की मांग की है, ताकि सुरक्षा और प्रशासनिक सेवाएं सहज रूप से मिल सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है