मनोहरपुर. मनोहरपुर और आसपास के क्षेत्र में पिछले दो दिनों की भारी बारिश ने भारी तबाही मचायी है. घाघरा गांव के पास पुल का कच्चा एप्रोच पूरी तरह डूब गया है. यहां घुटने भर से ज्यादा पानी है. इस वजह से प्रखंड मुख्यालय तथा अन्य स्थानों तक आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित हो गयी है. जरूरतमंद लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. मालूम रहे कि पुल बने 3 साल से ज्यादा समय हो गया है, अभी तक पुल की अप्रोच सड़क नहीं बनी है. इस वजह से यहां समस्या बनी हुई है.
पुल के नीचे से मिट्टी का हो रहा कटाव:
बारिश की वजह से मनोहरपुर साइडिंग के पास का पुराना पुल एक हिस्सा ध्वस्त हो गया. इस पुल के नीचे से मिट्टी का कटाव हो रहा है. इस वजह से सोमवार से यहां से साइडिंग तक लौह अयस्क का परिवहन बाधित हो गया है. परिवहन बाधित होने से सेल की चिरिया माइंस से लाए गए लौह अयस्कों को माइंस ठेकेदार के स्थानीय कार्यालय में ही रखा जा रहा है. यहां अयस्कों का डंप लग गया है.नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा:
बारिश की वजह से मनोहरपुर की दोनों नदियां कोयना और कोयल उफान पर है. नदी के तटीय इलाकों में रहने वालों को बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. अभी तक बढ़ा हुआ जलस्तर स्थिर है. अगर बारिश लगातार होती रही, तो बाढ़ के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता.वज्रपात से नंदपुर चौक का ट्रांसफॉर्मर जला:
वज्रपात से नंदपुर चौक के ट्रांसफार्मर में खराबी आ गयी. इससे नंदपुर के विभिन्न इलाकों में ब्लैक आउट हो गया है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रांसफॉर्मर को खोलने का प्रयास किया गया, बारिश की वजह से काम पूरा नहीं हो सका.
लोकनाथ नगर के 50 से अधिक घरों में घुसा पानी
चक्रधरपुर नगर परिषद के वार्ड संख्या 20 में लगातार बारिश के कारण दो सौ परिवार संकट में हैं. लोकनाथ नगर में 50 से अधिक घरों में पानी घुस गया है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. सड़कों पर जलमाव होने से आवागमन में परेशानी हो रही है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चे और बुजुर्गों को रही रही है. वार्ड के चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है. लोगों को घरों से निकलने में परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. आदिवासी कॉलोनी से धातकीडीह तक करीब डेढ़ किमी तक मुख्य सड़क में जलजमाव की स्थिति है. वार्ड में पानी निकासी की व्यस्था नहीं है. नाली के अभाव में पानी सड़क पर बहता है.सड़क पर भरा पानी, 200 परिवार घरों में कैद :
चक्रधरपुर में एक माह से बारिश हो रही है. इससे सड़क पर पानी भर गया है. इससे वार्ड संख्या 20 आदिवासी कॉलोनी के 200 परिवार घरों में कैद हैं. वार्डवासियों ने कहा कि शहर का विस्तार हुआ है, पर सुविधाएं लोगों को नहीं मिली है. वार्ड संख्या 20 में न तो चलने के लिए अच्छी सड़क है न बिजली की सुविधा है. वार्ड में नाली की व्यवस्था ही नहीं है. वार्ड में बड़ा बड़ा भवन बन गया है, पर नाली नहीं है. नगर परिषद टैक्स लेती है, पर सुविधा शून्य है.
कुमारलोंग में सड़क पर गिरा पेड़, आवागमन ठप
प्रखंड के कुमारलोंग गांव में विशाल पेड़ बीच सड़क पर गिर जाने से आवागमन बाधित हो गया. जानकारी के अनुसार लगातार बारिश के कारण कुमारलोंग गांव का इमली पेड़ सड़क पर गिर गया है. इस सड़क से गांव के लोग पैदल आवागमन कर रहे हैं. व्यस्त सड़क नहीं रहने के कारण गांव वालों को ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है. पेड़ को सड़क से हटाने के लिए ग्रामीण जुट गये हैं.
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