नोवामुंडी.
नोवामुंडी कॉलेज में रविवार को ‘बाजार अनुसंधान व उपभोक्ता व्यवहार’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के इडीसी सेल के समन्वयक सह वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो. राजकरण यादव की अध्यक्षता में कॉलेज के अंबेडकर हॉल में किया गया. कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों में उद्यमिता की भावना को प्रोत्साहित करना और उन्हें स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना था. कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनोजित विश्वास, नैक कॉर्डिनेटर प्रो. कुलजिंदर सिंह, ईडीसी सेल के सदस्य साबिद हुसैन, नरेश कुमार पान, शांति पुरती, तन्मय मंडल और भवानी कुमारी उपस्थित रहे. प्राचार्य डॉ. विश्वास ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है चाहे व्यापार हो या नौकरी. हर व्यक्ति को बाजार की मांग और व्यवहार को समझते हुए अपने उत्पाद या सेवा को उसी अनुरूप तैयार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद केवल नौकरी खोजना ही विकल्प नहीं है, बल्कि युवा खुद भी रोजगार सृजक बन सकते हैं. उन्होंने छात्रों को मार्केट प्लानिंग, स्व-व्यवसाय और आत्मनिर्भरता से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं.छात्रों ने भी रखे विचार
मंच का संचालन प्रो. राजकरण यादव ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन शांति पुरती ने प्रस्तुत किया. कार्यशाला में मन्तसा परवीन, प्रिया गोप, रूबी राउत और पंकज बारीक ने भी अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बताया कि बाजार अनुसंधान कैसे व्यवसायिक सफलता में सहायक बन सकता है. कार्यशाला के जरिये छात्रों को न केवल व्यावसायिक जानकारी मिली, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने के लिए एक नया दृष्टिकोण भी विकसित हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है