इटखोरी. कल्याणपुर आंगनबाड़ी केंद्र (कोड-219) की स्थिति जर्जर है. ऐसे में यहां पढ़ रहे नौनिहालों के समक्ष परेशानियां उत्पन्न हो गयी है. जर्जर भवन कभी भी धराशायी हो सकता है और जानमाल का नुकसान हो सकता है. भवन की जर्जर हालत को देखते हुए बच्चों को भाड़े के मकान में शिफ्ट किया गया है. सेविका कुसुमलता देवी ने कहा कि बरसात होते ही छत से पानी टपकने लगता है. केंद्र में पानी भर जाता है. ऐसे में केंद्र का संचालन भाड़े के मकान में करना पड़ रहा है. जिस भवन में केंद्र संचालित हो रहा है, वहां पानी की किल्लत है. दूसरी जगह से पानी लाना पड़ता है. भवन के जर्जर होने को लेकर 30 पत्र लिखने के बाद भी गंभीरता नहीं बरती गयी है. विभागीय पदाधिकारियों को कई बार जानकारी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. 23 जून से गैर सरकारी भवन में केंद्र को विवश होकर शिफ्ट करना पड़ा. सड़क किनारे होने के कारण वाहनों के चलते रहने से पढ़ाई बाधित होती है. छोटे-छोटे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या कहती हैं सीडीपीओ: कल्याणपुर आंगनबाडी केंद्र भवन को लेकर सीडीपीओ सविता सिंह ने कहा कि इसकी रिपोर्ट जिला कार्यालय भेजी गयी है. जितने भी जर्जर भवन हैं, सभी की भौतिक जानकारी डीएसडब्ल्यू को दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है