चतरा. चतरा कॉलेज का 65वां स्थापना दिवस मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना, गणेश वंदना के साथ हुई. इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद कालीचरण सिंह व विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक जनार्दन पासवान थे. अध्यक्षता विनोवाभावे विवि के कुलपति प्रो डॉ चंद्रभूषण शर्मा ने किया. अतिथियों ने द्वीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया. इसके पूर्व कॉलेज के मुख्य गेट पर छात्र-छात्राओं ने ढोल नगाड़े के साथ अतिथियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. मौके पर सांसद ने कहा कि चतरा कॉलेज के कई छात्र-छात्राएं देश में विभिन्न पदों पर सेवा दे रहे हैं. उन्होंने विद्यार्थियों को बेहतर प्रदर्शन कर कॉलेज व विभावि का नाम देश में रोशन करने की बात कही. साथ ही कॉलेज के विकास में हर संभव मदद का आश्वासन दिया. सांसद ने कहा कि सही शिक्षक वही होते हैं, जो विद्यार्थियों के चेहरे को देख उनकी जरूरत को समझे. वहीं विधायक ने कहा कि शिक्षा ही सफलता की कुंजी है. समय का सदुपयोग कर आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि जिले के महाविद्यालयों में शिक्षको की कमी है. उन्होंने कुलपति से सभी कॉलेजों में विषयवार शिक्षक की पदस्थापन की मांग रखी. कॉलेज प्रशासन की मांग पर विधायक ने अपने मद से पीसीसी पथ व बॉस्केटबॉल कोर्ट बनाने की घोषणा की. इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहनेवाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया. संचालन बीएड प्रशिक्षु अल्फिया मिन्नत ने किया. मौके पर पूर्व प्राचार्य डॉ टीएन सिंह, महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ डीएन राम, बीएड संभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नंदकिशोर सुलभ, मॉडल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ मनीष दयाल, डॉ हेमंत मिश्रा, प्रो चंद्रकांत कमल, डॉ ज्योति कुमार, लाला प्रीतम बीएड कॉलेज के डायरेक्टर लाला प्रसाद साहू, प्रो प्रेम बसंत बाखला, प्रो शोभा कुजूर, डॉ ग्लेरिया ग्रेस होरो, डॉ मो मुमताज अंसारी, श्रेया प्रकाश समेत कई उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ अंशुमय लायक, अमित तिग्गा, हिरामन महतो, तीर्थनाथ रजक, रवि मित्तल, रंजन कुमार, धीरू, प्रकाश साह समेत अन्य की भूमिका रही.
नयी शिक्षा नीति का लाभ उठायें: कुलपति
अनुशासन ही महान बनाता है: प्राचार्य
प्राचार्य डॉ मुकेश कुमार झा ने स्वागत भाषण देते हुए विद्यार्थियों को अनुशासन व संस्कार में पढ़ाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अनुशासन ही महान बनाता है. लगातार शिक्षा के मंदिर में अनुशासनहीनता का मामला सामने आता है, जो गलत है्. उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य महान विभूतियों का स्मरण करना है. एक जुलाई 1961 को कॉलेज की स्थापना महान विभूतियों के द्वारा की गयी थी. स्थापना दिवस रन फोर विक्ट्री के रूप में मनाया गया.
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