गिद्धौर. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बलबल स्थित मां बागेश्वरी मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. अहले सुबह पहुंच गर्म जलकुंड में स्नान किया. पूजा-अर्चना का सिलसिला दिन भर चलता रहा. मंदिर के पुजारी दीपेंद्र पांडेय ने बताया कि पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के रूप जाना जाता है. इसी तिथि पर महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था. गुरु पूर्णिमा तिथि को पितरों को प्रसन्न करने के लिए उत्तम तिथि माना जाता है.
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