पत्नी का आरोप : पति टीबी पीड़ित थे, इंजेक्शन दिया, जिससे स्थिति बिगड़ी
कुंदा. एक बार फिर झोला छाप के चक्कर में एक युवक की जान चली गयी. युवक की पहचान कुंदा थाना क्षेत्र के मुस्टंगवा गांव के बुगल भारती के रूप में की गयी. बताया गया कि कुंदा के महेश प्रसाद गुप्ता के मकान में कथित झोलाछाप कामेश्वर कुमार गुप्ता का क्लिनिक चलता है. घटना के संबंध में मृतक की पत्नी प्रमिला देवी ने बताया कि पति कई माह से यक्ष्मा की बीमारी से ग्रसित थे. जिसका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंदा की देखरेख में चल रहा है. पति दवा भी खाते थे. गुरुवार को पति की हफनी अचानक बढ़ गयी. साथ ही बीपी लो होने लगा. आनन-फानन में वह झोलाछाप को बुला कर ले लायी. उन्होंने मेरे पति को दो इंजेक्शन लगाये और दवा दी. उसके कुछ देर बाद उनकी मौत हो गयी. मौत के बाद परिजन व बच्चे रोने-बिलखने लगे. देर शाम उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृतक की पत्नी समेत दो पुत्र व एक पुत्री हैं. पत्नी ने झोलाछाप पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व प्रतापपुर प्रखंड के जोगियारा गांव में झोलाछाप के गलत इलाज की वजह से सुमन देवी की मौत हो गयी थी.इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमार संजीव ने बताया कि वह टीबी पैसेंट थे. पीएचसी कुंदा से उनका इलाज चल रहा था. मौत की सूचना नहीं है. अगर इलाज में कोताही बरतने से उनकी जान गयी है, तो जांच के बाद दाेषी पर कार्रवाई की जायेगी.
मरीजों के जीवन से खेल रहे हैं झोलाछाप
प्रखंड में कई झोलाछाप सक्रिय हैं. गांव-गांव में घूम-घूम कर लोगों का इलाज करते हैं. कई जगहों पर कथित झोलाछाप चिकित्सकों ने क्लिनिक व नर्सिंग होम खोल रखा है, जहां मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इन क्लिनिकों में इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूला जाता है. इसके पूर्व में भी गलत इलाज की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है