: चतरा, पलामू और लातेहार जिले के ठेकेदार कर रहे हैं खरीदारी : उग्रवादियों का हवाला देकर पदाधिकारी व कर्मी नहीं जाते हैं जंगल चतरा . लावालौंग वन्य प्राणी अश्रायणी (सेंचुरी) क्षेत्र में इन दिनों अवैध रूप से केंदू पत्ता की खरीदारी की जा रही है. केंदू पत्ता खरीदारी को लेकर गांवों में खलिहान खोला गया है. ठेकेदार, बिचौलिया खुलेआम केंदू पत्ता की खरीदारी कर रहे हैं. हर वर्ष की तरह इस बार भी बड़े पैमाने पर केंदू पत्ता की खरीदारी की जा रही है. सेंचुरी एरिया के आसपास ठेकेदारों द्वारा छोटा जंगल का टेंडर लेकर केंदू पत्ता की खरीदारी की जाती है. छोटा जंगल लेकर काफी मात्रा में केंदू पत्ता की खरीदारी कर सरकार को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा रहे हैं. केंदू पता की खरीदारी चतरा, पलामू व लातेहार जिले के ठेकेदारों द्वारा की जा रही है. विभाग व पुलिस की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर केंदू पत्ता की खरीद-बिक्री हो रही है. ठेकेदारों द्वारा मजदूरों को उचित मजदूरी भी नहीं दी जा रही है. क्षेत्र के महिला, पुरुष व बच्चे सुबह घर से निकल कर जंगल जाते हैं और केंदू पत्ता तोड़ कर घर लाकर एक-एक पत्ता को सजा कर खलिहान में ले जाकर बेचते हैं. इसके बाद भी उन्हें उचित मजदूरी नहीं मिलती है. ठेकेदारों द्वारा मजदूरों को शोषण किया जाता है. वन विभाग के पदाधिकारी व कर्मी उग्रवादियों का बहाना बना कर जंगल नहीं जाते हैं. यही वजह है कि क्षेत्र में केंदू पत्ता की खरीदारी खुलेआम की जा रही है. हर गांव में बिचौलिये सक्रिय : केंदू पत्ता की खरीदारी को लेकर हर गांव में बिचौलिये सक्रिय हैं, जो ठेकेदारों को केंदू पत्ता खरीदारी करने में सहयोग करते हैं. उसके बदले ठेकेदारों से मोटी रकम वसूलते हैं. बिचौलियों द्वारा मजदूरों का शोषण किया जाता है. कई पत्ता को खराब बता कर उसका पैसा काट लिया जाता है. टीएसपीसी ने ठेकेदारों को चेताया : उग्रवादी संगठन टीएसपीसी ने केंदू पत्ता की खरीदारी करने वाले ठेकेदारों को मजदूरों को उचित मजदूरी देने की चेतावनी दी है. उचित मजदूरी नहीं देने पर कार्रवाई करने की बात कही है. टीएसपीसी ने गांव में पोस्टर चिपका कर यह चेतावनी दी है.
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