चतरा. झारखंड सिविल सेवा परीक्षा 2023 का परीक्षा परिणाम जारी हुआ है. इसमें जिले के कई युवक-युवतियों ने बाजी मारी है. कोई डिप्टी कलेक्टर, कोई डीएसपी तो कोई वित्त सेवा तो श्रम सेवा के पदाधिकारी बने हैं. सभी ने जेपीएससी की परीक्षा में सफलता पाकर अपने गांव, प्रखंड व जिला का नाम रोशन किया है. सफलता पानेवाले अभ्यर्थियों को जिला के लोगों ने बधाई दी है. सफल अभ्यर्थियों के साथ-साथ माता-पिता व परिजन भी खुश हैं. किसान का बेटा बना अमरदीप राम बना डीएसपी चतरा शहर के लाइन मुहल्ला निवासी अमरदीप राम 26वां रैंक प्राप्त कर डीएसपी बने हैं. वह किसान अशोक साहू के पुत्र हैं. अमरदीप ने पहले प्रयास में सफलता पायी है. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा बाल विकास विद्यालय लाइन मुहल्ला से प्राप्त की. मैट्रिक की परीक्षा नाजरेथ विद्या हाई स्कूल चतरा व इंटर की परीक्षा रंगलाल प्लस टू हाई स्कूल शेरघाटी से प्राप्त किया. एनआइटी जमशेदपुर से बीटेक किया. अमरदीप ने सफलता का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया है. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से मेहनत करने से सफलता अवश्य मिलती है. असफलता से निराश नहीं होना चाहिये. शैलेश सिन्हा 55वां रैंक प्राप्त कर बने डीएसपी प्रतापपुर प्रखंड के अनंतपुर गांव निवासी शैलेश कुमार सिन्हा ने 55वां रैंक प्राप्त कर डीएसपी बने हैं. वे विनोद सिन्हा के पुत्र हैं. शैलेश ने प्रारंभिक शिक्षा प्रतापपुर से ही प्राप्त की. उच्च शिक्षा रांची में रहकर प्राप्त किया. इसके बाद रांची में ही जेपीएससी की तैयारी कर सफलता प्राप्त की है. शैलेश ने सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दिया है. दर्जी का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर सिमरिया प्रखंड कसारी पंचायत के कसारी गांव निवासी मो खुर्शीद अंसारी 78वां रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बने. वह दर्जी मो हनीफ के पुत्र हैं. खुर्शीद के माता हमीदा खातून सहिया हैं. खुर्शीद की प्रारंभिक शिक्षा कसारी मध्य विद्यालय से हुई. मैट्रिक की परीक्षा बगरा उच्च विद्यालय से किया. इंटर व स्नातक की पढ़ाई संत कोलंबस हजारीबाग से करने के बाद हजारीबाग में ही रहकर जेपीएससी की तैयारी में लग गये. पहला प्रयास में सफलता हासिल की है. सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दी. उन्होंने युवा पीढ़ी से कहा कि अपने लक्ष्य को कायम रखे, सफलता जरूरी मिलेगी. विशाल अग्रवाल का श्रम सेवा में चयन चतरा शहर के मेन रोड सत्तू गली निवासी विशाल कुमार अग्रवाल ने 173वां रैंक प्राप्त की. उनका चयन श्रम सेवा में हुआ है. वे व्यवसायी विजय कुमार अग्रवाल के पुत्र हैं. विशाल की प्रारंभिक शिक्षा रामेश्वर लाल खंडेलवाल विद्या मंदिर से हुई है. मैट्रिक की परीक्षा भी इसी विद्यालय से पास की है. इंटर साइंस चतरा कॉलेज से किया. स्नातक शहीद वीर भगत विश्वविद्यालय दिल्ली से किया. कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से पीजी की पढ़ाई की. वर्तमान में इग्नू से पीएचडी कर रहे हैं. विशाल ने सफलता का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया. कहा कि ईमानदारी व लगन से मेहनत करने पर सफलता अवश्य मिलती है. बरवाडीह की प्रियंका भारती बनी डिप्टी कलेक्टर पत्थलगड्डा प्रखंड के बरवाडीह गांव निवासी प्रियंका भारती 193वां रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बनी है. उनका पति दिलीप कुमार रांची में नगर पालिका पदाधिकारी हैं. प्रियंका ने दूसरे प्रयास में सफलता पायी. पहले प्रयास में जिला नियोजन पदाधिकारी बनी थीं. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा अपने मायके हजारीबाग जिला बड़कागांव प्रखंड के बादम गांव से किया. इंटर व स्नातक हजारीबाग के वोमेंस कॉलेज से की थी. सफलता का श्रेय अपने पति, चाचा-चाची व गुरुजनों को दिया है. कहा कि प्रेरणास्त्रोत चाचा जागो महतो, गौतम कुमार व चाची सुमन गुप्ता है. सभी जेपीएससी क्वालिफाइ कर डिप्टी कलेक्टर हैं. किसान के बेटे साकिब का डिप्टी कलेक्टर में चयन चतरा सदर प्रखंड के रक्सी गांव निवासी तजईन साकिब 203वां रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर बने. वे किसान सह दस्तावेज लेखक के मुंशी मोहम्मद नदीम के पुत्र हैं. साकिब ने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल की है. साकिब की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय रक्सी से हुई. कार्तिक उरांव मेमोरियल हाई स्कूल ऊंटा से मैट्रिक व करीम सिटी इंटर साइंस कॉलेज जमशेदपुर से इंटर साइंस की पढ़ाई की. स्नातक व स्नातकोत्तर जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय दिल्ली से किया. इसके बाद हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी से यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं. साकिब ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षक को दिया है. उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बड़ा सपना देखने व उसे प्राप्त करने के लिए मेहनत करने की बात कही, सफलता अवश्य मिलेगी. गिद्धौर के विश्वजीत कुमार को मिला वित्त सेवा गिद्धौर प्रखंड के गिद्धौर निवासी विश्वजीत कुमार 214 रैंक प्राप्त कर वित्त सेवा में चयनित हुये हैं. वे पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष लखन दांगी के पुत्र हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से हुई. गंगा स्मारक उच्च विद्यालय गिद्धौर से मैट्रिक, उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज चतरा से 12वीं व आनंदा कॉलेज हजारीबाग से स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई की. विश्वजीत ने बताया कि तीसरे प्रयास में सफलता मिली है. कहा कि दूसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचे थे, दस्तावेज त्रुटि के कारण नहीं हो पाया था. सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरूजनों को दिया है. कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में धैर्य, अनुशासन व एकाग्रता जरूरी है. शिक्षक के पुत्र बने डिप्टी कलेक्टर इटखोरी प्रखंड हलमत्ता पंचायत निवासी शिक्षक सुरेश रविदास के पुत्र अशोक कुमार भारती ने जेपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. उन्हें 230 रैंक मिला है. वे प्रशासनिक सेवा के लिए सफल हुए हैं. उन्होंने दूसरी बार में सफलता हासिल की है. सफलता से गांव में खुशी है. उनके पिता सुरेश रविदास बेलखोरी मध्य विद्यालय के शिक्षक हैं. मां अनिता देवी गृहिणी हैं. रिश्तेदारों में खुशी है. उन्होंने पूरे प्रखंड का नाम रौशन किया है. पंचायत सचिव के बेटे को मिला वित्त सेवा प्रतापपुर प्रखंड मुख्यालय के विधायक मुहल्ला निवासी अमरेंद्र कुमार 266वां रैंक प्राप्त कर वित्त सेवा में चयनित हुए हैं. वह पंचायत सचिव अर्जुन पासवान के पुत्र व विधायक जनार्दन पासवान के भतीजे हैं. प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही प्राप्त की. इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए रांची गये. यहां पढ़ाई के जेपीएससी की तैयारी की. अमरेंद्र ने सफलता का श्रेय माता-पिता, चाचा-चाची, बड़े भाई व गुरुजनों को दिया. पूर्व डीएसपी के पुत्र भी बने डीएसपी सिमरिया प्रखंड हुरनाली पंचायत पचमो गांव के राजू कुमार सुमन 286वां रैंक प्राप्त कर डीएसपी बने हैं. वे पूर्व डीएसपी बिरजू गंझू के पुत्र हैं. राजू की प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल तिलैया से हुई. आगे की पढ़ाई एनआइएफटी न्यू दिल्ली से की. राजू ने बताया कि दो साल वियतनाम में गारमेंट्स मैन्यूफैक्चेरिंग में जॉब किया. कोविड में घर आने के बाद यूपीएससी की तैयारी की. इस दौरान आइटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेंट बने. 2023 में यूपीएससी व जेपीएससी दी. जेपीएससी में सफलता मिली. उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया. कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने से लक्ष्य जरूर मिलती है.
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