चतरा. सरकारी सेवा से सेवानिवृत होना जीवन का अहम मोड़ होता है. कार्यकाल के दौरान व्यक्ति अपने परिवार, बच्चों की पढ़ाई, जीवन यापन की जिम्मेवारी निभाता है. लेकिन, रिटायर्ड होने के बाद एक नयी जिंदगी की शुरुआत होती है. सेवानिवृत वरिष्ठ नागरिक इसे अवसर के रूप में लेते हैं. वे समाजसेवी, शिक्षा व धार्मिक कार्यो में खुद को व्यस्त रख अगले पड़ाव की ओर बढ़ते हैं. वनों की रक्षा के प्रति ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं कृष्णा दांगी पत्थलगड्डा प्रखंड तेतरिया गांव के कृष्णा दांगी 1963 में वनरक्षी बने थे. 2001 में चतरा वनक्षेत्र से वनपाल पद से सेवानिवृत हुए. 38 साल सेवा में रहे. सेवानिवृत्ति के बाद वे गांव के विकास में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. लोगों को वनों की रक्षा करने के प्रति जागरूक कर रहे हैं. पेड़-पौधे लगाने व उसके महत्व की जानकारी देते हैं. गांव के छोटे-मोटे विवादों को भी सुलझाते हैं. स्वास्थ्य के प्रति समाज में जागरूकता फैला रहे हैं रामेश्वर ठाकुर पत्थलगड्डा प्रखंड के कुब्बा गांव के रामेश्वर ठाकुर 1983 में स्वास्थ्य विभाग में बहाल हुये. 2007 में इटखोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से हेड क्लर्क के पद से सेवानिवृत हुए. उन्होंने 24 साल तक अपनी सेवा दी. फिलहाल गांवों में स्वास्थ्य के प्रति लोगों को सजग व जागरूक कर रहे हैं. लोगों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने की सलाह देते हैं. वहीं धार्मिक कार्यों में हिस्सा लेते हैं. गरीबों की मदद में आगे रहते हैं जयमंगल सिंह सिमरिया प्रखंड अंतर्गत सलगी गांव के जयमंगल सिंह 1972 में शिक्षक बने. 2009 में उत्क्रमित मध्य विद्यालय कांशीयातु से सेवानिवृत्त हुए. 37 वर्ष तक सेवा में रहे. सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक कार्यो में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं. गरीबों का सहयोग करते है. गांव में कोई बीमार पड़ जाये, तो आर्थिक सहयोग करते हैं. धार्मिक कार्यों, यज्ञ व मंदिर निर्माण में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं. किसानों को जागरूक कर रहे हैं भीखन राम दांगी पत्थलगड्डा प्रखंड के तेतरिया गांव के भीखन राम दांगी 1965 में स्वास्थ्य विभाग में बहाल हुए. 2003 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चतरा से हेड क्लर्क से सेवानिवृत हुए. वे 38 साल तक सेवा में रहे. फिलहाल वे खेतीबारी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. किसानों को नयी तकनीकी से खेती करने की सलाह देते हैं. स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते है. बीमार होने पर सरकारी अस्पताल जाने की बात देते हैं. ग्रामीणों को जमीन से संबंधित जानकारी देते हैं सरयू राम पत्थलगड्डा प्रखंड सिंघानी गांव के सरयू राम 1981 में राजस्व कर्मचारी बने. 2022 में अंचल निरीक्षक पद से पत्थलगड्डा से सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने 41 साल तक अपनी सेवा दी. फिलहाल वे गांव के विकास में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं. गांववालों को जमीन से संबंधित जानकारी देते हैं. जमीन-विवाद निबटाते हैं. इसके अलावा धार्मिक कार्यो में बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं.
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