लावालौंग. लावालौंग-भुषाड़ सड़क जर्जर हो गयी. सड़क में बोल्डर निकल आया है. जिसके कारण आवागमन करने में लोगो को काफी परेशानी हो रही है. प्रखंड मुख्यालय से भुषाड़ गांव की दूरी नौ किमी है. उक्त पथ से करीब एक दर्जन गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय व साप्ताहिक हाट आते जाते है. सड़क खराब होने के कारण आवागमन करने में परेशानी होती है.सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिला व मरीजों को अस्पताल लाने में होती है. सड़क जर्जर होने के कारण चार पाहिया वाहन गांव तक नहीं पहुंचता है. लोग पैदल चल कर आवश्यक सामान की खरीदारी करने के लिए बाइक व पैदल चल कर प्रखंड मुख्यालय आते है. सड़क खराब होने के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. उक्त पथ से भुषाड़ गांव के अलावा लेंबोडीह, विशनपुर, मड़वा, शांभे, खड़िया, तिलरवातरी, बनवार व खिजराही गांव के लोग आवागमन करते है. सड़क नहीं बनने से करीब दस हजार आबादी प्रभावित हो रहा है. ग्रामीणों ने कई बार सांसद व विधायक से सड़क बनाने की मांग की. आश्वासन के बाद भी आज तक सड़क नही बनी. बता दे कि उक्त सड़क वन्य प्राणी अश्रायणी (सेंचूरी) में है. जिसके कारण सड़क नहीं बन पा रही है.ग्रामीणों ने कहा
ग्रामीण सह विधायक प्रतिनिधि जितेंद्र ठाकुर ने कहा कि सड़कें नहीं रहने से आवागमन करने में काफी परेशानी होती है. खास कर बरसात के दिनो में प्रखंड मुख्यालय आने जाने काफी दिक्कत होती है. संजय साव, खीरू प्रजापति ने बताया कि कई बार बाइक से गिर कर घायल हो चुके है. जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं है. नरेश सिंह भोगता, विनोद भोगता ने कहा कि चुनाव के वक्त सड़क बनाने का आश्वासन मिलता है, लेकिन चुनाव जीतते ही भूल जाते है.
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