विधि संवाददाता, देवघर : दांपत्य जीवन में हुए तकरार को लेकर प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट में दाखिल किये गये मामलों में समझौता के उद्देश्य से विशेष मध्यस्थता अभियान चलाया गया था, जिसका शुक्रवार को समापन हो गया. इस अभियान में फैमिली कोर्ट के प्रधान जज की अदालत द्वारा मध्यस्थता केंद्र में मुकदमों को सुलह के लिए भेजा गया था, जिसमें से 19 मामलों में आपस में सहमति बनी. सभी बिखरे परिवारों को पक्षकारों की सहमति से मिलाया गया और एक-दूसरे के साथ रहने को राजी हो गये. सुलह में मुख्य रूप से विदाई, गुजारा भत्ता व तलाक के मामले शामिल हैं.
आयी थी तलाक लेने, पति के संग गयी ससुरालफैमिली कोर्ट के प्रधान जज रामाकांत मिश्रा की पहल पर तलाक के एक मामले में आपसी सहमति से तलाक लेने आये दंपती के विचार बदल गये. पति व पत्नी ने आपसी सहमति के लिए एक साल पहले डायवोर्स का मुकदमा दाखिल किया था. पूर्व से तलाक के लिए तिथि निर्धारित की गयी थी. दोनों पक्ष मधुपुर थाना के रहनेवाले हैं. अदालत द्वारा पक्षकारों को समझाया गया व तलाक के संदर्भ में पूछा गया. पुन: मध्यस्थता का दौर चला तथा बिखरे दंपती का मन परिवर्तित हो गया. तलाक का केस खत्म कर एक-दूसरे के संग फिर से दांपत्य जीवन आरंभ करने को राजी हो गये. अदालत में दंपती के चेहरे पर खुशी की झलक थी. दंपती अदालत में अपना बयान दर्ज कराया एवं बेहतर तरीके से दांपत्य जीवन जीने की शपथ के साथ केस खत्म करा लिये. पत्नी मायके से आयी थी तलाक की बात सोचकर, लेकिन विचार बदला एवं पति के संग ससुराल चली गयी.
हाइलाइट्स
विशेष मध्यस्थता अभियान का हुआ समापन
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