संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम की पवित्र नगरी में भक्ति और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला. शनिवार को देर शाम तक करीब 85 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण कर अपने मन की मुरादें बाबा के चरणों में समर्पित की. इस दौरान 2908 भक्तों ने शीघ्रदर्शनम कूपन के माध्यम से जलार्पण का सौभाग्य प्राप्त किया. अहले सुबह जब बाबा मंदिर का पट खुला, तो सबसे पहले बाबा पर कांचा जल अर्पित किया गया. इसके पश्चात पुजारी सुमित झा ने विधिपूर्वक सरदारी पूजा कर मंदिर का द्वार आम भक्तों के लिए खोल दिया. बाबा का पट खुलने से पहले ही तिवारी चौक मोड़ से चिल्ड्रेन पार्क तक कांवरियों की लंबी कतार लग चुकी थी. जैसे-जैसे दिन चढ़ा, पंडित शिवराम झा चौक तक श्रद्धालुओं की सिमट गयी. जलार्पण के साथ बाबा-माता पार्वती मंदिर के बीच होता है आस्था का गठबंधन बाबा बैद्यनाथधाम को मनोकामना लिंग कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दरबार में सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें जरूर पूरी होती हैं. यही वजह है कि जलार्पण के बाद श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन कराना भी नहीं भूलते हैं. यह परंपरा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था से जुड़ा वैवाहिक विश्वास बन चुकी है. ऐसा माना जाता है कि बाबा-माता के इस प्रतीकात्मक मिलन में भाग लेकर दंपती श्रद्धालु अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने का आशीर्वाद पाते हैं. आकर्षण का केंद्र बने अनोखे कांवर मेले में श्रद्धालु रंग-बिरंगे और आकर्षक कांवर के साथ पहुंच रहे हैं, जो आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. कोई फूलों से सजा कांवर लेकर आ रहा है, तो कोई मूर्ति लगा कांवर लेकर पहुंच रहा है. हालांकि, शनिवार को बारिश नहीं होने के कारण उमस भरे मौसम में कांवरियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन बाबा के दरबार में पहुंचते ही सारी थकान श्रद्धा और भक्ति में विलीन हो गयी. हाइलाइट्स देर शाम तक करीब 85 हजार श्रद्धालुओं ने किया बाबा पर जलार्पण
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