संवाददाता, देवघर : उमस भरी गर्मी भी श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं सकी. शनिवार को बाबा बैद्यनाथ धाम में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. अहले सुबह मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और देर शाम तक करीब 90 हजार से अधिक भक्तों ने बाबा पर जलार्पण किया. शिवगंगा में डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु कतारबद्ध होकर घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन चेहरे पर थकान नहीं बल्कि श्रद्धा और भक्ति की चमक दिखी. मंदिर परिसर में रुद्राभिषेक से लेकर मुंडन व जनेऊ तक कई धार्मिक अनुष्ठान हुए, वहीं कई नवविवाहित जोड़े भी बाबा के दरबार में आशीर्वाद लेने पहुंचे.
श्रद्धालुओं की सुबह से ही भीड़ लगी रही. भीड़ अधिक होने के कारण तथा सुव्यवस्थित तरीके से जलार्पण होने के बाद भी श्रद्धालुओं को कतार में तीन घंटे से अधिक समय लग रहे थे, जबकि कूपन वाली कतार में एक से डेढ़ घंटे का समय लगा. इसके पूर्व अहले सुबह बाबा मंदिर का पट खुलने के बाद सबसे पहले कांचा जल चढ़ाया गया, इसके बाद बाबा की सरदारी पूजा की गयी तथा भक्तों के लिए पट खोल दिया गया. पट के खुलते ही श्रद्धालु शिवगंगा में डुबकी लगाकर मानसरोवर समेत फूट ओवरब्रिज के रास्ते कतार में लगे. इसके बाद क्यू कॉम्प्लेक्स से होते हुए बाबा मंदिर में प्रवेश कर बाबा पर जलार्पण किये. इस दौरान करीब 90 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलार्पण किये, जिसमें 5261 लोगों ने कूपन के माध्यम से पूजा की. श्रद्धालुओं का कहना था कि सावन माह में बाबा की स्पर्श पूजा बंद हो जाती है, इस कारण सावन से पहले बाबा बैद्यनाथ का स्पर्श पूजा करने पहुंचे हैं. अभी मंदिर में भीड़ भी कम है.श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में कराये अनुष्ठान
शुभ तिथि होने के कारण श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना के बाद बाबा मंदिर में कई अनुष्ठान भी कराये, जिसमें रुद्राभिषेक, गठबंधन, मुंडन, जनेउ आदि शामिल हैं. वहीं कुछ वीआइपी आगंतुक भी शनिवार को बाबा मंदिर में जलार्पण कर माथा टेके. भीड़ अधिक होने के कारण बाबा मंदिर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था रही.हाइलाइट्स
श्रावणी मेला से पहले बाबा की स्पर्श पूजा के लिए उमड़ रहे भक्ततीन घंटे कतार में रहे, फिर भी चेहरे पर दिखी श्रद्धा की चमक
5261 श्रद्धालुओं ने कूपन से किया दर्शनजलार्पण, रुद्राभिषेक, गठबंधन और मुंडन… बाबा मंदिर परिसर बना आस्था का केंद्र
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है