करौं . स्थानीय बाबा कर्णेश्वर मंदिर परिसर में तीन दिवसीय बांग्ला संकीर्तन गायन का आयोजन सार्वजनिक नाम संकीर्तन समिति के तत्वावधान में किया गया. संकीर्तन में डूमरतर, सालतर, रान्हा, सिरियां, रानीडीह, केन्दवेरिया, प्रतापपुर, गोविन्दपुर, चौरवेरिया, कमलकर व चांद चौरा आदि गांवों से सैकड़ों की संख्या में आये महिला-पुरुषों ने मनोयोग से संकीर्तन सुना. पश्चिम बंगाल के सुप्रसिद्ध संकीर्तन गायिका चित्रा कोंनार ने भगवान के भक्तों का चरित्र-चित्रण करते हुए कहा कि भक्त वही हैं, जो भगवान के प्रति समर्पित हो और ध्यान पूर्वक सामूहिक रूप से इसे सुनें. संकीर्तन में कहा कि राम कथा- कृष्ण महिमा सुनने से स्वयं में परिवर्तन होता है. मन से प्रभु के स्मरण मात्र से सुख -शांति होती है. उन्होंने कहा कि कष्ट हो तब सामूहिक कीर्तन किया जाये. उन्होंने चैतन्य महाप्रभु को उल्लेख करते उनके द्वारा नाम प्रचार के भजनों को सुनाया. कीर्तन मंडली ने सत्यम शिवम सुन्दरम गोविन्द बोलो जय राधा बोलो आदि भजनो से देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा. मौके पर संकीर्तन समिति के सदस्य मनोज राय, पूर्णानंद राय, किशोर राय, असित राय, सोनू राय, नारायण मोदी, गौतम चंद्र, श्यामपद बनर्जी, देबू पुजारी, काजल दास, पलटन राय समेत दर्जनों सदस्य उपस्थित थे.
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