संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेले की शुरुआत होने के साथ ही बाबा बैद्यनाथ की नगरी केसरियामय हो गयी है. गेरुआ वस्त्रधारी कांवरियों का हुजूम बाबा धाम में उमड़ने लगा है. सावन माह के पहले दिन शुक्रवार को जलार्पण के लिए कांवरियों की लंबी कतार लगी रही. सावन में बाबा भोलेनाथ की स्पर्श पूजा बंद है तथा भक्तों ने अरघा के माध्यम से बाबा पर जल चढ़ाया. इससे पहले शुक्रवार को अहले सुबह 3:15 बजे बाबा मंदिर का पट खोला गया. पुजारी चंदन झा ने बाबा की कांचा जल पूजा कर दैनिक सरदारी पूजा संपन्न करायी. इस विशेष पूजा में दूध, दही, पंचामृत, बेलपत्र व पुष्प चढ़ाये गये. पहले दिन कुल 1,27,598 कांवरियों ने बाबा को जल चढ़ाकर मंगलकामना की.
चुस्त व्यवस्था के बीच श्रद्धालुओं में उत्साह
सावन के पहले दिन कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही. बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीएम रवि कुमार और सहायक प्रभारी संतोष कुमार सुबह तीन बजे मंदिर परिसर पहुंच गये थे. श्रद्धालुओं को सुगमता से जलार्पण कराने के लिए जलसार चिल्ड्रेन पार्क से नेहरू पार्क होते हुए क्यू कॉम्प्लेक्स और ओवरब्रिज के रास्ते मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था की गयी है. बाह्य अरघा पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, जहां बैरिकेडिंग के साथ पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती की गयी है. शाम छह बजे आम कतार की इंट्री बंद कर दी गयी, इसके बावजूद बाह्य अरघा के पास श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी.
शीघ्रदर्शनम कूपन पर दिखा जोर
सावन माह शुरू होते ही शुक्रवार से शीघ्रदर्शनम कूपन की दर दोगुनी कर दी गयी है. अब प्रति व्यक्ति छह सौ रुपये की दर से कूपन खरीद रक शीघ्रदर्शनम का लाभ ले सकेंगे. कांवरियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मेले के पहले दिन कूपनधारी कांवरियों में विशेष उत्साह देखा गया. आंकड़ों के अनुसार, सावन के पहले दिन मुख्य अरघा से 89,765, बाह्य अरघा से 34,684 और शीघ्रदर्शनम कूपन से 3,149 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया. इस तरह पहले दिन कुल 1,27,598 कांवरियों ने बाबा को जल चढ़ाकर मंगलकामना की. बाबा मंदिर का पट शाम करीब 7:15 बजे बंद हुआ.
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