संवाददाता, देवघर : श्रावण मास की चौथी और बांग्ला श्रावण की तीसरी सोमवारी पर बेलपत्र प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न समाज और दलों ने हिस्सा लिया. शाम पांच बजे से ही श्रद्धालु चांदी और स्टील के बर्तनों में बेलपत्रों को सजा कर मंदिर पहुंचे. त्रिनेत्र के आकार वाले दुर्लभ बेलपत्रों से सजी यह प्रदर्शनी भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही. मां काली मंदिर में जनरेल समाज, मां तारा मंदिर में बरनेल समाज, मां लक्ष्मी नारायण मंदिर में मसानी दल व समाज, राम मंदिर में राजाराम बिल्वपत्र समाज, आनंद भैरव मंदिर में पंडित मनोकामना राधे श्याम बेलपत्र समाज के दो दलों ने बेलपत्र प्रदर्शनी लगाकर बाबा भोलेनाथ को समर्पित किया. इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई इन दुर्लभ बेलपत्रों को देखकर अभिभूत हो उठे. देव कृपा वन सम्राट बिल्वपत्र समाज द्वारा प्रस्तुत बेलपत्रों की छटा ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. आयोजकों के अनुसार, यह परंपरा पिछले करीब डेढ़ सौ वर्षों से निभाई जा रही है और हर साल इसमें नई साज-सज्जा और विविधता देखने को मिलती है. इधर, रात आठ बजे से अरघा हटाकर बाबा की बेलपत्र पूजा शुरू हुई. इस दौरान रात आठ बजे से साढ़े आठ बजे तक प्रशासनिक भवन के रास्ते पुरोहित समाज को गर्भ गृह में प्रवेश कराने की व्यवस्था जारी रही. इस प्रदर्शनी का समापन 17 अगस्त को संक्रांति तिथि पर होगा.
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