प्रतिनिधि, चितरा . कोलियरी के विस्थापित गांव तुलसी डाबर के आक्रोशित ग्रामीणों के साथ गुरुवार को कोलियरी प्रबंधन ने बैठक कर सुरक्षा का आश्वासन दिया. मालूम हो कि गत बुधवार को चितरा कोलियरी में ब्लास्टिंग के दौरान एक पत्थर का टुकड़ा उड़कर राजीव मुर्मू के खप्परैल वाले घर में जा गिरा था, जिससे घर में ट्यूशन पढ़ रहे बच्चे और घर वाले बाल-बाल बच गये थे. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग व उत्पादन कार्य बाधित कर दिया था, जिसके बाद कोलियरी प्रबंधन ने गुरुवार को तुलसी डाबर गांव में पीड़ित ग्रामीणों के साथ बैठक कर वार्ता की और उन्हें सुरक्षा हेतु आश्वस्त किया. ग्रामीण आदिनाथ मुर्मू, राजीव मुर्मू समेत अन्य ने सुरक्षा के सवाल पर प्रबंधन को जमकर कोसा. कहा कि कई बार इस तरह की घटना हो रही है. बावजूद प्रबंधन इस पर ठोस कदम नहीं उठा रही है. मौके पर आरती मुर्मू, भारती मुर्मू, सरती मुर्मू व लतिका मुर्मू ने कोलियरी प्रबंधन से घर बनाने हेतु जमीन की मांग की. इन महिलाओं का कहना है कि हमलोग यहा रहते हैं. इसलिए हमें घर बनाने के लिए जमीन दिया जाये. वहीं दूसरी ओर इस संबंध में कोलियरी के अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी ने कहा कि घर बनाने के लिए जमीन दे दी गयी है. पैसा भी दे दिया है. कहा कि जिसने पैसा नहीं लिया है, उसे जल्द आवेदन देने के लिए कहा गया है. जल्द आवेदन दें, पैसा लें और अपना घर बनायें. अभिकर्ता ने कहा कि ग्रामीणों का प्रबंधन सहयोग कर रही है. समस्याओं को भी दूर किया जा रहा है. कहा कि हमलोग पूरी सुरक्षा देते हैं लेकिन किसी कारणवश घटना हो जाती है. कहा कि हमलोगों ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जायेगा. इस मौके पर महाप्रबंधक एके आनंद, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक एस के पधान, खान प्रबंधक मृत्युंजय चौधरी, क्षेत्रीय अभियंता इ एंड एम जगन्नाथ महतो, अनुपम दत्ता, मजदूर नेता पशुपति कोल, राम सुभद्रा यादव, मंगल मरांडी समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.
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