संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला शुरू होने में अब 18 दिन शेष रह गये हैं. अभी से बाबा नगरी सावन जैसा माहौल दिखने लगा है. सावन में बाबा की स्पर्श पूजा बंद रहने की परंपरा को देखते हुए सावन से पहले श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ रही है. सोमवार को भीड़ बढ़ने पर मंदिर प्रशासन को भीड़ नियंत्रित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी. श्रद्धालुओं की भीड़ के सामने होमगार्ड और पुलिस के जवान भी असहाय नजर आये. भीड़ नियंत्रण के लिए मंदिर प्रशासन ने सुबह से दोपहर तक भीतरखंड कार्यालय के दोनों मुख्य गेटों को बंद कर दिया. इससे वीआइपी गेट से मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ी. मंदिर के कचरे को बाहर निकालने में भी दिक्कतें हुईं, हालांकि आम कतार की व्यवस्था सोमवार को कुछ हद तक ठीक रही. इसका कारण ओवरब्रिज मार्ग से प्रवेश की विशेष व्यवस्था बतायी जा रही है. वहीं, तीन सौ रुपये के कूपन लेकर आने वाले भक्त की कतार में ठेलमठेल की स्थिति बनी रही. मंदिर प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए भीतरखंड कार्यालय में लगी बैरिकेडिंग के अंदर केवल सीमित संख्या में भक्तों को प्रवेश की अनुमति दी. इसके बावजूद बाबा मंदिर का पट निर्धारित समय से पांच घंटे विलंब से रात नौ बजे बंद हो सका. इस दौरान करीब एक लाख से अधिक भक्तों ने जलार्पण किया. वहीं कूपन व्यवस्था के अंतर्गत कुल 5968 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये.
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