संवाददाता, देवघर : आधुनिक जीवनशैली और खानपान के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. इससे मोटापा, बीपी, शुगर समेत कई प्रकार की बीमारी हो रही है. ऐसे में लोगों को इन बीमारियों से बचाव को लेकर अपनी जीवनशैली और खानपान में सुधार करने की जरूरत है. उक्त बातें शहर के जान-माने जनरल फिजिशियन डॉ गौरी शंकर ने प्रभात खबर की ओर से आयोजित हेल्थ काउंसलिंग : टॉक टू डॉक्टर कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि शुगर के मरीज हर तीन माह में चिकित्सक से मिलकर शुगर की जांच जरूर करायें तथा लगातार दवाओं को सेवन नहीं करें. जांच के बाद चिकित्सक के बताये गये दवाओं का ही सेवन करें. उन्हाेंने कहा कि मोटापा से भी कई बीमारी होती है, मोटापा से घुटनाें में और जोड़ों में दर्द, बीपी, शुगर, पेट की समस्या होती है. ऐसे में लोगों को खानपान पर सुधार कर शुगर, बीपी, कोलोस्ट्रोल को कंट्रोल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी 30 साल के बाद हर छह माह में अपने बीपी शुगर की जांच जरूर करायें. साथ ही हर रोज लोगों को सुबह कम से कम आधे घंटे तक तेज गति से जुता या चप्पल पहन कर पैदल चलना चाहिए. इसके अलावा नमक, चिनी, घी और रेड मीट पर कंट्राेल रखें, फल में शुगर की मात्रा कम होती है, इसलिए फल का सेवन करें, सलाद का सेवन भी करें. साथ ही उन्होंने कहा कि शुगर के मरीज सुबह दवा खाने के बाद कहीं घुमने नहीं निकले. दवा खाने के बाद तुरंत भोजन करें. दवा खाने के बाद शुगर घटता है ऐसे में यदि घर से निकल जाते हैं, तो चक्कर आने से गिर सकते है. इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर परामर्श दिये.
लोगों के सवाल व डॉक्टर के परामर्श
सवाल : स्वास्थ्य व्यक्ति का शुगर लेबल कितना होना चाहिए.जय प्रकाश , गोड्डा
सलाह : बिना खाना खाये 90-110 और खाना खाने के बाद 120- 140 तक एक स्वास्थ्य व्यक्ति का नॉर्मल शुगर लेबल है.सवाल: मेरे पिता जी को शुगर खाली पेट 190 और खाना खाने के बाद 350 रहता है. क्या करें
छेदी प्रसाद साह, मधुपुरसलाह: शुगर बढ़ा हुआ है, इसे नियंत्रित कर रखें, इसके लिए आलु, चावल, चिनी, रेड मीट, मकई से परहेज करें, इससे तेजी से शुगर बढ़ता है. भरपेट भोजन नहीं करें और खाली पेट भी नहीं रहें. सुबह तेजी से करीब 30 मिनट चले और चिकित्सक से संपर्क करें.
सवालः तीन माह पहले कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ था, इलाज चल रहा है.अजीत कुमार यादव, गोड्डा
सलाह: तीन माह से इलाज चल रहा है, दवा का भी सेवन कर रहे हैं, इसलिए खाली पेट लिपिक प्रोफाइल की जांच करायें और चिकित्सक से संपर्क करें. साथ ही तला, भुना, तेल, घी मात्रा कम रखें. पैदल चलें.सवाल: सालों से शुगर है, दवा चल रही है, लेकिन दोनों पैर के तलवे में दर्द रहता है, क्या कारण है.
बाबुल सिन्हा, जसीडीहसलाह: शुगर लेबल बढ़ा हुआ है, जांच करा कर चिकित्सक से संपर्क करें. लंबे समय से शुगर रहना सही नहीं है. सुबह करीब आधे घंटे तक तेज पैदल चलें, ताकि पसीना शरीर में आये और खानपान में सुधार करें.
सवालः कुछ दिनों से लगातार बैठ कर पढ़ते हैं, तो अधिक देर तक बैठने से पैर में सूजन हो जाता है.मृत्युंजय कुमार, देवीपुर
सलाह: अधिक देर तक बैठे रहने से मसल स्थिर हो जाता हैं, इस कारण सूजन हो जाता हैं. एक से डेढ़ घंटे के बाद उठकर कुछ देर पैदल चल लें, सूजन नहीं हाेगा.सवाल: रात में पेशाब अधिक होता हैं, पहले भी शुगर की समस्या थी.
सिंटू कुमार, मोहनपुरसलाह: रात में पेशाब बार- बार आने का कारण शुगर के साथ प्रोस्टेट का साइज बढ़ने और अधिक पानी पीने से हो सकता है. शुगर पहले से था तो एचबीएवनसी की जांच करा कर चिकित्सक से संपर्क करें.सवाल: रात में पेशाब अधिक बार आता है, शुगर की जांच कराये थे, खाली पेट 176 बताया था.
रमेश कुमार, जसीडीहसलाह: शुगर का लक्षण है, एचबीएवनसी की जांच करा कर चिकित्सक से संपर्क करें. पैदल चले और परहेज करें.
सवाल: एचबीएवनसी की जांच करा कर चिकित्सक से दिखाये थे. चिकित्सक ने शुगर की दवा भी दी थी, बावजूद शुगर बढ़ा रहता है.राकेश कुमार, गोड्डा
सलाह: शुगर लंबे समय से रहना भी ठीक नहीं हैं. खानपान पर कंट्रोल करें, सुबह में खाना खाने के तुरंत बाद दवा का सेवन करें, दवा खाकर खाना खाने में विलंब ना करें, इससे चक्कर आ कर गिर भी सकते हैं.सवाल: तीन दिन से लगातार खांसी, सर्दी और बुखार आ रहा है. क्या कारण है.
अमित कुमार, जसीडीहसलाह: कॉमन कोल्ड की दवा ले. साथ में मल्टी विटामिन और एंटी एलर्जी की दवा लें और पांच दिन के बाद भी बुखार रहे तो चिकित्सक से संपर्क करें.
सवाल: दो दिन से बुखार है. 101 तो कभी 102 रहता है. दवा ले रहे हैं, बावजूद ठीक नहीं हो रहा है.प्रह्लाद दास, जसीडीह
सलाह: तेज बुखार है इसलिए मलेरिया या टाइफाइड की समस्या हो सकती हैं. चिकित्सक से मिल कर इलाज करायें.—————————–हाइलाइट्स
हेल्थ काउंसलिंग : टॉक टू डॉक्टर में जेनरल फिजिशियन डॉ गौरी शंकर ने लोगों को दिये परामर्शडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है