मधुपुर. शहर के गांधी चौक स्थित गायत्री प्रज्ञापीठ मंदिर साधना कक्ष में रविवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के आह्वान पर जिला समन्वयक वरुण कुमार की अध्यक्षता में अनुमंडल स्तरीय गायत्री परिवार सक्रिय सदस्यों की गोष्ठी आयोजित हुई. गोष्ठी का शुभारंभ गुरु गायत्री वंदना तथा वैदिक स्वस्तिवाचन से किया गया. इस अवसर पर जिला समन्वयक ने वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा तथा अखंड दीपक प्राकट्य शताब्दी वर्ष 1926 – 2026 की सफलता के लिए शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा प्रस्तावित प्रथम चरण के आध्यात्मिक आयोजनों पर विचार-विमर्श कर कार्य योजना तैयार किया गया. कार्य योजना की जानकारी देते हुए जिला उपसमन्वयक उमाकांत राय ने बताया कि प्रत्येक माह में प्रखंड व शहरी क्षेत्रों में न्यूनतम 10 स्थानों पर 5 कुंडीय गायत्री महायज्ञ, दीपयज्ञ व देवस्थापना की व्यवस्था बनाया गया है. अखंड ज्योति, युग निर्माण योजना, प्रज्ञा अभियान व युग साहित्य के ग्राहकों एवं पाठकों की संख्या वृद्धि के लिए अभियान चलाया जायेगा. गायत्री महाशक्ति को व्यापक बनाने का कार्य अब गायत्री परिजनों को ही देवात्माओं के रूप में करना है. असुरता के अंत के लिए देवत्व को सचेत और संगठित होना होगा. तप, साधना, गायत्री यज्ञ की बुनियाद पर ही सतयुगी वातावरण तैयार होगा. मौके पर मंदिर व्यवस्थापक अजीत प्रसाद राय, सहायक ट्रस्टी रहीश कुमार शर्मा, प्रमोद मोहनका, शंकर चंडावत, मुरारी कर्ण, कार्तिक यादव, दुर्गावती देवी, पुष्पा देवी, पूजा देवी, सावित्री देवी आदि मौजूद थे.
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