मारगोमुंडा . देश के प्रसिद्ध मदरसा दारुल उलूम वक्फ देवबंद के विभागीय हदीस के प्रसिद्ध शिक्षक मुफ्ती मो. इस्लाम कासमी की जीवनी पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन व स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने किया. मौलाना बदरुल इस्लाम कास्मी ने सोमवार को मदरसा नदवतुल इस्लाह फुकबंदी जामताड़ा में सैकड़ो उलेमाओं की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित कर क्या शख्स जमाने से उठा पुस्तक का लोकार्पण किया. उपस्थित उलेमाओं ने मुफ्ती इस्लाम कास्मी की जिंदगी से जुड़े प्रसंगों के बारे में बताया. उलेमाओं ने बताया कि वह बहुत सादगी से जीवन जीते थे. इलाके के लोगों को बहुत पसंद करते थे. वे बहुत ही बुलंद अखलाक व किरदार वाले शख्सियत थे. मौलाना बदरुल इस्लाम कास्मी ने सभी अतिथियों व मेहमानों का आभार व्यक्त किया. मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डा .इरफान अंसारी ने कहा मुझे फ़ख्र है कि दारुल उलूम देवबंद के सबसे प्रमुख शिक्षक मेरे विस क्षेत्र के रहने वाले थे, जिन्होंने सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं विश्व भर में अपने इल्म का लोहा मनवाया. उनके बताये नक्श कदम पर हमें कामयाबी मिलती है, मुल्क भर में बहुत से मदरसों के वे सरपरस्त रहे हैं. उनकी जिंदगी पर आधारित किताब का आज लोकार्पण करने का हमें मौका मिला फुरसत के वक्त किताब को जरूर पढ़ूंगा. उन्होंने कहा कि मदरसों को तरक्की की राह पर ले जाया जायेगा. अल्पसंख्यक कल्याण जल संसाधन मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि मौलाना इस्लाम कासमी के किरदार को भुलाया नहीं जा सकता है. कहा कि मदरसों को तालीम के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के मदरसा बोर्ड के गठन के साथ उर्दू एकेडमी का गठन किया जायेगा. मौके पर कार्यक्रम का संचालन मदरसा के नाजिम मौलाना अब्दुल मुईद कासमी ने किया. मौके पर मौलाना मो. रिजवान कास्मी, मौलाना कमरुद्दीन निजामी, मौलाना आफताब आलम नदवी, मौलाना इसहाक, मुफ्ती अब्दुल हैय, मुफ्ती मो. शहाबुद्दीन, मुफ्ती इम्तियाज, मुफ्ती जहीरूद्दीन कास्मी, काजी शाहिद आदि मौजूद थे.
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