Shravani Mela 2025 Latest Update Today: श्रावणी मेला की तीसरी सोमवारी पर बाबाधाम में आस्था ने ऐसा रूप धारण किया कि हर ओर केवल भगवा ही भगवा नजर आया. बारिश की फुहार के बीच कांवरिया पथ से लेकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर तक श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ पड़ा. भक्तों के जयकारों से बाबा नगरी गूंज उठी. सुबह 4 बजे से जलार्पण शुरू हुआ और देर शाम तक करीब ढाई लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ पर गंगाजल अर्पित किया. श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी थी कि मंदिर से लेकर कुमैठा गांव तक लगभग 12 किलोमीटर लंबी कतार लग गयी. सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही. पुरोहित समाज की बेलपत्र प्रदर्शनी ने श्रद्धालुओं को खूब आकर्षित किया.
12 किलोमीटर दूर तक लगी कांवरियों की कतार
सोमवारी पर जलार्पण के लिए रविवार की रात से ही कांवरियों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गयीं थीं. सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे तक भक्तों की कतार कुमैठा गांव तक पहुंच गयी, जो मंदिर से करीब 12 किलोमीटर दूर है. बाह्य अरघा की कतार सरदार पंडा लेन से बड़ा बाजार तक पहुंची गयी तथा सड़कों पर श्रद्धालु कतारबद्ध दिखे. कतारों की लंबाई और अनियंत्रित भीड़ के कारण कई जगहों पर पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रैफ और जैप के जवानों की तैनाती की गयी है.

कांवरियों को मंदिर से निकलने में हुई दिक्कत
सोमवारी के दिन बाबा मंदिर के प्रवेश द्वारों को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया था. भीड़ अधिक होने के कारण जलार्पण के बाद भी कांवरियों को मंदिर से बाहर निकलने में कठिनाई हो रही थी. सोमवार देर शाम तक लगभग ढाई लाख कांवरियों ने बाबा पर जलार्पण किया. इससे पहले बाबा मंदिर का पट अहले सुबह 3:05 बजे खोला गया. सबसे पहले बाबा को 15 मिनट तक कांचा जल अर्पित किया गया.
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महंत ने षोडशोपचार पूजा के साथ किया दुग्धाभिषेक
इसके बाद महंत श्रीश्री गुलाब नंद ओझा ने विधिवत षोडशोपचार पूजा के साथ दुग्धाभिषेक कर जगत के कल्याण की कामना की. सुबह चार बजे बाबा पर जलार्पण शुरू होते ही मंदिर परिसर में गंगाजल की धार बहने लगी. निकास द्वार पर लगे बाह्य अरघा पर जल चढ़ाने की होड़ में कई कांवरिये एक-दूसरे पर ही गंगाजल फेंकते नजर आये. मुख्य अरघा में जलार्पण की गति बनाये रखने के लिए एक-एक घंटे के रोटेशन पर एक दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे.

सुबह 7 बजे तक कंट्रोल रूम में जमे रहे अधिकारी
बाबा मंदिर परिसर में रात ढाई बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक डीसी अमन प्रियेश लकड़ा, एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, डीडीसी पीयूष सिन्हा, एसडीएम रवि कुमार समेत तमाम वरीय अधिकारी खुद निगरानी करते दिखे. कंट्रोल रूम से पल-पल की जानकारी लेते रहे. बीच-बीच में वायरलेस सेट के माध्यम से अलग-अलग प्वाइंट पर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी देते दिखे.
ढोल की थाप पर झूमते-नाचते दिखे कांवरिये
तीसरी सोमवारी पर बाबाधाम में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला. सुबह की पहली किरण के साथ ही जैसे ही कांवरियों की टोलियां ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते-नाचते बाबा दरबार की ओर बढ़ीं, वैसे ही पूरा वातावरण भक्तिरस में डूब गया. बाबा मंदिर समेत जलसार चिल्ड्रेन पार्क से लेकर शिवराम झा चौक तक बने पंडालों में ढोल-नगाड़ों की गूंज ने हर किसी में नया जोश भर दिया.
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