प्रमुख संवाददाता, देवघर : महिला जनप्रतिनिधियों को सशक्त करना सामाजिक प्रगति का आधार है. इन प्रशिक्षणों के माध्यम से ग्राम पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी व नेतृत्व और अधिक प्रभावी और जागरूक बनेगा. उक्त बातें डीडीसी पीयूष सिन्हा ने मंगलवार को विकास भवन के सभागार में सशक्त पंचायत नेत्री अभियान कार्यशाला में कही. उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की नेतृत्व क्षमता को सशक्त करना है, ताकि पंचायतीराज व्यवस्था में उनकी भूमिका और अधिक प्रभावशाली हो तथा सुशासन को बढ़ावा मिले. डीडीसी ने कहा कि इससे स्थानीय स्वशासन में महिला नेताओं को सशक्त किया जा सकेगा और नेतृत्व को नयी ऊंचाई मिलेगी. साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, जल और स्वच्छता जैसे प्राथमिक विषयों को प्राथमिकता देकर स्थानीय शासन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकेगा. डीडीसी कहा कि निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में यह ठोस पहल साबित होगा. वहीं जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणबीर सिंह ने महिला प्रतिनिधियों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी, प्रबंधन कौशल, वितीय साक्षरता व निर्णय लेने की क्षमता से जुड़े विभिन्न बिंदुओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य राज संस्थाओं में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी है. सशक्त महिला का प्रगतिशील समाज के निर्माण में सराहनीय योगदान है. ऐसे कार्यक्रमों से महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आत्मविश्वासपूर्वक भाग लेने और अपने तथा अपने समुदाय से जुड़े मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाने के लिए सशक्त मंच मिलता है. कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी ने भी संबोधित किया. वहीं विभिन्न पंचायतों की महिला मुखिया, जिला परिषद सदस्य, प्रमुख, मीडिया प्रतिनिधि, महिला स्वयंसेवी एवं संबंधित अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किये. हाइलाइट्स सशक्त पंचायत नेत्री अभियान कार्यशाला में महिलाओं की भागीदारी बढाने व नेतृत्व पर जोर
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