करौं. प्रखंड के विभिन्न विभागों में कार्यरत मनरेगा कर्मियों व अभियंताओं को पिछले छह महीना से मानदेय भुगतान नहीं हुआ है. जिसके कारण कर्मियों के समक्ष आर्थिक तंगी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. बताया जाता है कि प्रखंड में डेढ़ दर्जन से अधिक मनरेगा कर्मी व कनीय अभियंता कार्यरत है. जिनको पिछले फरवरी माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. प्रखंड की 14 पंचायत में करौं, सिरसा, रानीडीह, सालतर, बघनाडीह, पाथरोल, बिरंगड़िया, डिन्डाकोली, टेकरा, बारा, गंजोबारी, बदिया, कसैया, नागादेरी आदि पंचायत में रोजगार सेवक कार्यरत हैं. जबकि प्रखंड में तीन कनीय अभियंता भी कार्यरत है. उन लोगों को भी छह माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. कर्मियों ने बताया कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में उन्हें रोजाना आना-जाना पड़ता है और कठिन मेहनत के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करते है. उसके बावजूद भी छह महीना से मानदेय नहीं भुगतान होना उनके परिवार के समझ कठिनाई का सामना करना पड़ता है. कर्मियों ने शीघ्र ही उपायुक्त से बकाया मानदेय भुगतान करने की मांग की है.
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